-वर्ष 2003 के बाद नियुक्तियों में आरक्षण का पालन, अनियमितताएं और जिम्मेदारी तय करना।
-पाठ्यक्रम को एक विचार धारा विशेष की तरफ मोडऩा।
– शोध में व्यक्ति एवं समूह विशेष को फायदा पहुंचाना।
-यूजीसी मानकों का पालन नहीं करना।
-लोगों अथवा समूह को फायदा पहुंचाने अनुपयोगी खर्च।
-लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए अनावश्यक केंद्र खोलना।
-आरोप है कि राज्यसभा सांसद एवं आरएसएस के पदाधिकारी रहे राकेश सिन्हा को विवि में 13 अक्टूबर 2017 से 14 मार्च 2018 तक एसो. प्रोफेसर के तौर पर नियुक्त दिखा वेतन दिया। जबकि वे एक भी दिन उपस्थित नहीं हुए।
-पूर्व कुलपति कुठियाला के कार्यकाल में हुईं 200 से अधिक नियुक्तियों में से अधिकांश नियम विरुद्ध हैं।
– इंडिया इंटरनेशनल सेंटर दिल्ली में बैठक में पी गई शराब के बिल भी विवि के खाते से चुकाए गए हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है। 07 और 08 दिसंबर को ज्ञान संगम कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसके लिए 9.50 लाख रुपए खर्च किए गए थे। इस कार्यक्रम में जो लोग शामिल हुए वे कहीं न कहीं विशेष विचारधारा से जुड़े हैं। इनके चाय नाश्ते पर ही 4 लाख रुपए खर्च किए गए। 3 लाख रुपए उनके ठहरने पर।
-नियुक्तियों से संबंधित कुल शिकायतें—- 131
-स्टडी सेंटर से संबंधित कुल शिकायतें—-27
-फंड के दुरुपयोग को लेकर शिकायतें——10
-दलित छात्रों से जुड़ी शिकायतें————-06
-एक संगठन विशेष से जुड़ी शिकायत——01
-निलंबित कर्मचारी, शोधार्थी और कैरिकुलम—06
कुल—81 शिकायतें