21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Naag Panchami 2023: इस तिथि पर घर में रोटी बनाने से हो सकता है भारी नुकसान, 21 अगस्त को भूलकर भी न करें ये काम

Naag Panchami 2023: खासतौर पर रोटी न बनाने के कुछ ऐसे मौके और तिथियां बताई गई हैं, जिन पर घर में तवा चढ़ाना या रोटी बनाना वर्जित माना गया है। क्या आप जानते हैं इन तिथियों और अवसरों के बारे में...यदि नहीं तो जरूर पढ़ लें ये खबर...

2 min read
Google source verification
in_tithiyon_par_bhulkar_bhi_na_banaye_ghar_me_roti_na_chadhaye_tawa.jpg

Naag Panchami 2023: सनातन धर्म में हर काम को लेकर कई नीति-नियम बताए गए हैं। ऐसा ही एक नियम है रोटी बनाने का। शास्त्रों में बताया गया है कि घर में कब रोटी बनाई जानी चाहिए और कब नहीं। खासतौर पर रोटी न बनाने के कुछ ऐसे मौके और तिथियां बताई गई हैं, जिन पर घर में तवा चढ़ाना या रोटी बनाना वर्जित माना गया है। क्या आप जानते हैं इन तिथियों और अवसरों के बारे में...यदि नहीं तो जरूर पढ़ लें ये खबर...


ये भी पढ़ें :Hari Shankar Parsai : इन गलियों में बीता हरिशंकर परसाई का बचपन, राजनेताओं को चुभते थे उनकी रचना के तीर

ये भी पढ़ें:Anju-Nasrullah Love Story: पाकिस्तान में 365 दिन की कैद में Anju, पति अरविंद ने किए कई चौंकाने वाले खुलासे

1. सनातन धर्म में ऐसी 5 तिथियों का जिक्र किया गया है, जब घर में तवा चढ़ाना या रोटी बनाना वर्जित माना गया है।

2. माना जाता है कि यदि इन तिथियों में घर में रोटी बनाई जाती है या फिर चूल्हे पर तवा चढ़ाया जाता है तो, धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और आपके घर से हमेशा के लिए जा सकती हैं। आपके घर में अन्न-धन की कमी हमेशा बनी रह सकती है।

3. 21 अगस्त को नागपंचमी का पर्व है। इस पर्व पर भी चूल्हे पर तवा चढ़ाना या रोटी बनाना अच्छा नहीं माना जाता।

4. दरअसल शास्त्रों में तवे को राहु का प्रतीक माना गया है। इसलिए नागपंचमी के दिन तवा नहीं चढ़ाया जाता। ज्यादा ही जरूरी है तो कढ़ाई या पतीले में रोटी बनाई जा सकती है।

5. शरदपूर्णिमा की तिथि पर भी घर में रोटी बनाना या तवा चढ़ाना वर्जित माना गया है। दरअसल मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इसीलिए घर में इस दिन कच्चा खाना नहीं बनाया जाता। इस दिन घर में खीर-पूरी बनानी चाहिए और खीर को चंद्रमा की चांदनी में रखने के बाद प्रसाद स्वरूप खानी चाहिए।

6. शीतला अष्टमी की तिथि पर बांसे खाने का भोग लगाकर उसे ही प्रसाद स्वरूप खाने का चलन है। इस दिन खाना नहीं बनाया जाता, बल्कि एक दिन पहले की शाम को ही पकवान तैयार किए जाते हैं।

7. दिवाली की तिथि भी ऐसी ही तिथि ही इस दिन भी घर में रोटी नहीं बनाई जाती। इस दिन भी तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं।

8. शास्त्रों में बताया गया है कि किसी की मृत्यु होने पर भी घर में रोटी नहीं बनाई जाती। 13हवें संस्कार के बाद ही घर में रोटी बनाई जा सकती है।

ये भी पढ़ें : विस चुनाव से पहले बीजेपी करेगी नियुक्ति, आदेश पर कांग्रेस ने किया तंज '

ये भी पढ़ें :Health Updte- Latest Study on Cancer: क्या आप भी लेती हैं ये DRINKS, तो अब हो जाएं ALERT, हो सकता है LIVER CANCER