
डमी विधानसभा के सत्र का अंतिम दिन आज,कांग्रेस विधायक ने लगाए ये आरोप
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिए जाने से नाराज कांग्रेसी पिछले दो दिनों से डमी विधानसभा का सत्र चला रहे हैं। इस दौरान वे काली पट्टी बांधकर लगातार विधानसभा पहुंच रहे हैं। डमी विधानसभा के सत्र का आज यानि शुक्रवार को आखिरी व तीसरा दिन है।
दरअसल राज्य की 14वीं विधानसभा का यह आखिरी सत्र जो मानसून सत्र था उसे कुल पांच दिन चलना था, सोमवार यानि 25 जून से शुरू हुआ ये सत्र दो दिन बाद यानि 26 को ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। इन दो दिनों में करीब 5 घंटे ही सदन चल सका। इस दौरान भी भारी हंगामा हुआ।
इस दौरान मिनटों में 11 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट बगैर चर्चा के पास हो गया। समय से पहले सत्र को स्थगित किए जाने से नाराज कांग्रेस इसके विरोध में तीन दिन समानांतर विधानसभा चला रही है।
ये हुआ आज...
इसी के चलते आज यानि शुक्रवार को डमी विधानसभा का आखिरी और तीसरा दिन है। जो सुबह करीब 11.30 बजे शुरू हुआ। इस दौरान भी कांग्रेसी काली पट्टी बांध कर पहुंचे।
ये लगाए आरोप...
दोपहर करीब 11.43 बजे: यहां कांग्रेस विधायक गिरीश भंडारी ने आरोप लगाया कि संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के इशारे पर चली विधानसभा। यहां उन्होंने नरोत्तम मिश्रा को असंसदीय कार्य मंत्री बताया।
दोपहर करीब 12.11 बजे: महेंद्र सिंह सिसोदियाने विधानसभा अध्यक्ष की कार्यप्रणाली की निंदा की।
दोपहर करीब 01.45 बजे: इस दौरान कांग्रेस विधायकों की सभा में नेताप्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी अपने विचार रखे। यहां नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मंत्री राजेंद्र शुक्ला, मंत्री सुरेंद्र पटवा, मंत्री संजय पाठक, मंत्री रामपाल सिंह पर भी आरोप लगाए ।
नेता प्रतिपक्ष ने ये लगाए आरोप...
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहां की सूक्ष्म लघु मध्यम उद्योगों में जमीन आवंटन के नाम पर घोटाला हुआ है। इस संबंध में उज्जैन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 11 तारीख को निविदा जारी की गई 10 तारीख को टेंडर हो गया।
- इस विभाग के मंत्री संजय पाठक हैं मंत्री घोटाले के लिए जिम्मेदार है ।
- व्यापम घोटाले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार हैं। जब यह घोटाला हुआ तब इस विभाग के मंत्री शिवराज सिंह चौहान थे। व्यापम घोटाले के कारण राज्यपाल पर आंच आई। उनके बेटे ने आत्महत्या कर ली।
- ई टेंडर घोटाले में मुख्यमंत्री के चहेते और करीबी अफसर शामिल है।
- उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए मंडी बोर्ड से गाड़ी खरीदी गई।
- संस्कृति मंत्री सुरेंद्र पटवा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि मंत्री का 35 करोड़ का चेक बाउंस हो गया फिर भी मंत्री बने हुए हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मिंटो हॉल के टेंडर में भी गड़बड़ी हुई है गुपचुप तरीके से 1 अरब 60 करोड़ की जमीन को 12 करोड़ में दे दिया गया। उन्होंने कहा कि इसके लिए CM के चहेते अफसर जिम्मेदार हैं। वे CM के सचिव भी हैं
- उन्होंने राजेंद्र शुक्ला का नाम लेते हुए कहा कि वे 15 साल से सिंगरौली जिले के प्रभारी मंत्री हैं। रीवा बस स्टैंड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि समदड़िया ग्रुप को यह दे दिया गया।
- इसी प्रकार वहां के अन्य बेशकीमती जमीन समदड़िया को दे दी गई। समदड़िया ग्रुप और मंत्री राजेंद्र शुक्ला की सांठगांठ का भी आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि मंत्री राजेंद्र शुक्ल की समदड़िया के साथ पार्टनरशिप है इसलिए मंत्री शुक्ला समदडिया को लाभ पहुंचा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट भी जाएंगे।
उन्होंने मंत्री रामपाल का नाम लेते हुए सड़क घोटाले का भी जिक्र किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस सड़क के निर्माण में घोटाला हुआ, उन सड़कों के निर्माण का ठेका फिर से दे दिया गया।
इस मामले में शिकायत भी हुई लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ।
वहीं इससे पहले गुरुवार को विधानसभा परिसर में आयोजित कांग्रेस की समानांतर विधानसभा में गुरुवार को विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि बिजली मामले में बड़ा घोटाला हुआ है। इसमें कोयला घोटाला भी शामिल है। पटवारी ने कहा कि इस विभाग में मुख्यमंत्री के पंच प्यारे ही पदस्थ रहे है। उन्होंने कहा की पौध रोपण मामले में भी घोटाला हुआ है।
एक पौधे को लगाने के लिए 55 रुपए का खर्च बताया गया है जबकि पौधा खरीदने से लेकर लगाने तक सौ रुपए का खर्च आता है। जब इस मामले में सरकार से जीवित पौधों की जानकारी मांगी गई तो सरकार के पास भी ये जानकारी उपलब्ध नहीं हुई। इस पर उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया।
चार्जशीट में 48 घोटाले...
समानांतर विधानसभा में कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नातीराजा ने सरकार के खिलाफ चार्जशीट पेश की। इसमें उन्होंने सरकार पर 48 आरोप लगाए। जिसमें बिजली घोटाला, किसान आत्महत्या , महिला अत्याचार, पोषण आहार घोटाला, स्वास्थ्य सेवाएं की स्थिति, खाद्यान्न घोटाला सहित कई घोटाले शामिल हैं।
समानांतर विधानसभा में विधायक हिना कावरे , सुंदरलाल मार्को , विक्रम सिंह नातीराजा , सोहनलाल वाल्मीकि , संजय उइके, रजनीश सिंह, हर्ष यादव , नीलांशु चतुर्वेदी , मधु भगत , सौरव सिंह , जीतू पटवारी इत्यादि ने अपनी बात रखी।
काली पट्टी बांधकर विरोध...
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर विधानसभा पहुंचे। कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए.. हिसाब दो-हिसाब दो के नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने सरकार से पांच साल का हिसाब भी मांगा।
वहीं इससे पहले बुधवार को कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा परिसर की सीढि़यों पर सदन लगाकर अपनी नाराजगी दर्ज कराई। सारे विधायक हाथ में काली पट्टी बांधकर इस प्रदर्शन में शामिल हुए। इस प्रदर्शन को नाम दिया गया- सच्चाई जनता की अदालत में। यादवेंद्र सिंह को प्रतीकात्मक मजबूर सभापति बनाया गया, जिनके मुंह,आंख और कान पर पट्टी बंधी हुई थी।
Published on:
29 Jun 2018 12:09 pm
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