
भोपाल। व्यक्ति अपना जीवन अपने धर्म के अनुसार ही व्यतीत करता है। उस धर्म से संबंधित क्रिया कलाप एवं उनके नियमों को अपने उपयोग में लाना प्रत्येक व्यक्ति की दिनचर्या बन जाती है। मनुष्य के सोने के समय को लेकर ज्योतिष शास्त्र में एक विशेष समय का उल्लेख किया है। उस समय के सोने के अनुरूप व समय से जागने से देवी- देवताओं के प्रसन्न होने का जिक्र मिलता है। शास्त्रों के अनुसार समय पर सोने से गृह नक्षत्रों के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है। तथा घर में सुख समूध्दि और वैभव का आगमन भी होता है।
व्यक्ति अपने दफ्तर में देर तक जागने के कारण सुबह देर तक सोता है। एक स्वस्थ्य मनुष्य की अच्छी सेहत के लिए लंबी नीद की आवश्यकता होती है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार समय से न जागने को अशुभ माना गया है, जिससे देवी देवता रुष्ठ हो जाते हैं, और घर में अशुभ होने का खतरा भी बना रहता है।
इस समय सोने से हो जाती हें मां लक्ष्मी नाराज
देवी लक्ष्मी धन की देवी हैं, और उनको प्रसन्न रखने के लिए व्यक्ति अनेक प्रकार के नियमों को अपने जीवन में धारण करता है। लेकिन सूर्यास्त के बाद तक सोना मां लक्ष्मी को बिल्कुल रास नहीं आता, क्योंकि इस समय देवी देवता पृथ्वी पर विचरण करते हैं। और ऐसे समय किसी भी प्रकार की नकारात्मक गतिविधि से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। और घर की सुख समृध्दि व यश भी छिन जाता है। शास्त्रों के अनुसार सूर्यास्त का देवी देवताओं की मुलाकात का समय होता है। इसीलिए घरों व मंदिरों में इस समय भगवान की आरती की जाती है।
सूर्योदय के बाद उठने की भूलकर भी न करें गलती
अक्सर ऑफिस के काम में देर रात तक व्यस्त रहने के कारण व्यक्ति सूर्योदय के बाद भी देर तक निद्रा में विलीन रहता है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसे अशुभ माना गया है। ऐसा माना जाता है, सूर्योदय के समय देवी देवताओं के भी जागने का समय होता है। सूर्योदय के समय देवों को उठाया जाता है, व ठाकुर जी को स्नान कराने के बाद उनकी पूजा की जाती है। इस समय जागने से व्यक्ति को प्राकृतिक ऊर्जा भी मिलती है। सूर्योदय के पश्चात देर तक सोने से देवी देवता भी रुष्ठ हो जाते हैं। और घर में अशुभ गतिविधियां होने की संभावना बनी रहती है।
Published on:
25 Jul 2022 07:48 pm
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