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खुद के नोट्स बनाएं, रोज करें रिवीजन, मैथ्स-फिजिक्स के फॉर्मूलों पर फोकस कर पाई सफलता

जेईई मेंस सेशन-2 का रिजल्ट घोषित: भोपाल के ध्रुव अग्रवाल ने बने सिटी टॉपर, दूसरे स्थान पर रहे देव गुप्ता

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भोपाल। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी(एनटीए) ने सोमवार को जेईई मेंस सेशन-2 के परिणाम घोषित कर दिए। ध्रुव अग्रवाल ने एआइआर-75 के साथ सिटी में टॉप किया। वहीं, देव गुप्ता ने एआइआर-790 और अभिनव गंगिल ने एआइआर-970 हासिल की। सफल स्टूडेंट्स को एनआइटी सहित राज्य स्तरीय इंजीनियरिंग कॉलेज और विश्वविद्यालय में प्रवेश का मौका मिल सकेगा। फिटजी के सेंटर हेड सुमित श्रीवास्तव के अनुसार टॉपर्स का आइआइटी कॉलेजों में प्रवेश का रास्ता आगामी 28 अगस्त को जेईई एडवांस के एग्जाम से तय होगा। इस वर्ष मेंस की परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की गई थी। पहला सत्र 23 से 29 जून के बीच आयोजित किया गया था। वहीं, दूसरा सत्र 21 से 30 जुलाई तक आयोजित किया गया था। दोनों सत्रों के दो एनटीए अंकों में से सर्वश्रेष्ठ को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों की रैंक जारी की गई है। इस बार कटऑफ 88 परसेंटाइल के आसपास रहेगा। पिछली बार यह 89 परसेंटाइल था। जेईई मेंस-1 और 2 में पूरा कोर्स कवर किया गया। इस बार मैथ्स लेंदी थी, जबकि पिछले साल फिजिक्स टफ आया था। कैमेस्ट्री दोनों ही बार मॉडरेट रहा है।

हर दो दिन में एक मॉक टेस्ट दिया

देव गुप्ता ने कहा कि मुझे एआइआर-790 मिली है। एग्जाम की मैं पिछले दो सालों से तैयारी कर रहा था। मुझे अंडर-1000 की उम्मीद थी। इस परीक्षा के लिए आपके हर सब्जेक्ट में बेसिक्स क्लियर होना चाहिए। मैथ्स और फिजिक्स के फॉमूले याद होंगे, तो एग्जाम रूम में सवाल के सवालों के जवाब देने में कम से कम समय लगेगा। मैं रोजाना 10 से 11 घंटे पढ़ाई करता था। मुझे दिन की बजाए रात में पढ़ाई करना ज्यादा पसंद है। मैं हर दो दिन में एक मॉक टेस्ट देता था। मैंने क्लासेस के अलावा खुद के नोट्स बनाए, जिससे रीविजन करने में आसानी हुई। अभी मैं जेईई एडवांस की तैयारी कर रहा हूं। मेरा टारगेट है कि टॉप-60 में शामिल होकर आइआइटी मुंबई से सीएस ब्रांच में पढ़ाई करना है। इन ऑर्गेनिक केमिस्ट्री डिफिकल्ट पार्ट रहा, जिसे मैंने नोट्स बनाकर और हर दिन रिवीजन करके शॉर्टआउट किया।

तनाव दूर करने खेलता हूं बैंडमिंटन

अभिनव गंगिल ने कहा, मुझे एआइआर-970 हासिल हुई है। पहले प्रयास में जो गलितयां हुईं, उन्हें इस बार सुधारा। मैंने एक महीने मेंस के मॉक टेस्ट दिए। मैं रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करता था। मेरी केमिस्ट्री थोड़ा वीक थी, जिस पर मैंने ज्यादा काम किया। मैंने पढ़ाई के शेड्यूल को दो-दो घंटे प्रति सब्जेक्ट में बांट दिया था। मुझे मोबाइल पर गेम्स खेलना बहुत पसंद है, लेकिन मेंस की तैयारी के लिए मोबाइल से ही दूरी बना ली। जब मैं 11वीं में था तभी मैंने जेईई की कोचिंग ज्वाइन की और पढ़ाई पर फोकस किया। जब भी मैं बोर होता हूं तो अपने दोस्तों से बात करना और बैडमिंटन खेलना पसंद करता हूं।

कितने भी फैलियर में डिमोटिवेट ना हो

हरलीन कौर ने कहा कि मुझे एआइआर-2187 मिली है। ये गर्ल्स कैटेगरी में टॉप रैंक है। क्लास में टीचर्स जो पढ़ाते थे, उसे मैं रिवाइज करती। एग्जाम टाइम में 10 से 12 घंटे पढ़ाई की। फिजिक्स मुझे टफ लगता था लेकिन मैं फॉमूले याद करने शुरू किए तो धीरे-धीरे फिजिक्स फोबिया भी दूर हो गया। इस पर ज्यादा ध्यान दिया तो केमेस्ट्री में वीक हो गई। मेरे पैरंट्स ने मेरे पढ़ाई के हिसाब से अपना टाइम टेबल सेट किया। रोजाना रिवाइज करना और खुद को मोटिवेट करते रहना ही मेरी सफलता का राज है। अब मैं जेईई एडवांस पर फोकस कर रही हूं।