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हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम करेगी मक्के की एक रोटी, जानिए कैसे

मक्के का कई रूप में सेवन किया जाता है...जानिए कैसे

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makki ki roti

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भोपाल। सर्दियों में मक्का की रोटी का अपना ही मजा है। लेकिन क्या आप जानते हैं स्वादिष्ट मक्का की रोटी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद भी होती है। दरअसल मक्का विटामिन ए, बी, ई और कई तरह के मिनरल्स जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, मैग्नीज, सेलेनियम, पोटेशियम आदि का बहुत अच्छा स्रोत होता है। मक्का का कई रूप में सेवन किया जाता है लेकिन सर्दियों में नियमित मक्का का आटा खाना चाहिए। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो कोलन कैंसर की संभावना घटाता है। साथ ही फाइबर कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम कर दिल को स्वस्थ रखने का काम करता है। मधुमेह के रोगियों के लिए भी मक्का का आटा बहुत लाभकारी होता है। जानिए शहर की डॉइटीशियन पवित्रा श्रीवास्तव से मक्के की रोटी खाने के स्वास्थ्य लाभ...

हृदय को स्वस्थ रखें

मक्का का आटा कोलेस्ट्रॉल को कम कर कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का रिस्क कम करता है। इसमें ओमेगा-३ फैटी एसिड भी होता है, जो दिल को स्वस्थ बनाने का काम करता है। यह हाई बीपी की समस्या को कम कर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम करता है। नियमित मक्का का आटा खाने से शरीर में से बुरे कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम हो जाता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है।

डाइजेशन के लिए

मक्के के आटे में फाइबर की मात्रा बहुत अच्छी होती है, जो पाचन क्रिया को सुचारू बनाने का काम करती है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर भोजन का पाचन कर हानिकारक पदार्थों को शरीर से बाहर करने का काम करता है। इस तरह यदि आपको कब्ज की समस्या रहती है तो मक्के के आटे का नियमित सेवन करना बहुत फायदेमंद होगा। साथ ही पेट फूलने की समस्या भी नहीं होती।

एनीमिया के मरीजों के लिए

शरीर में यदि लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण कम हो जाए तो इस स्थिति को एनिमिया कहा जाता है। ऐसे में एनीमिया के मरीजों के लिए मक्के का आटा बहुत लाभकारी होता है। दरअसल मक्के में जिंक, आयरन और बीटा-कैरोटिन होता है, जो शरीर में लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा मक्का का आटा विटामिन्स की कमी को भी दूर करने का काम करता है। इससे कई बीमारियों का रिस्क कम हो जाता है।

गर्भावस्था में फायदेमंद

गर्भवती महिलाओं को भी मक्का को अपनी डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए। इसमें फॉलेट और विटामिन बी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो कि गर्भस्थ शिशु में नई कोशिकाओं के विकास के लिए जरूरी होता है। इसके अलावा फॉलेट गर्भावस्था में मां और शिशु, दोनों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो गर्भावस्था में बहुत लाभकारी होते हैं। लेकिन आपको किसी तरह की हेल्थ प्रोब्लम है तो चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

कैंसर की रोकथाम करें

कई तरह के अध्ययनों से सामने आया है कि मक्का एंटी-ऑक्सीडेंट्स का बहुत अच्छा स्रोत होता है, जो कैंसर की रोकथाम करने में महत्वपूर्ण होते हैं। मक्का में बीटा-क्रिप्टोजेंथिन भी होता है, जो फेफड़ों के कैंसर का रिस्क कम करता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स लिवर और ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क भी कम करते हैं। इतना ही नहीं, मक्का का आटा कोलेस्ट्रॉल को कम कर मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर वजन घटाने में असरदार है।

स्किन के लिए

मक्का बीटा-कैरोटिन का भी बहुत अच्छा स्रोत होता है, जो कि शरीर में जाते ही विटामिन ए में बदल जाता है। दरअसल विटामिन ए आंखों और त्वचा के लिए बहुत जरूरी होता है। विटामिन ए बहुत स्ट्रॉन्ग एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है जो आंखों को कैटरेक्ट से बचाने का काम करता है। यह स्किन और म्यूकस मैम्ब्रेन को भी हेल्दी बनाता है। इतना ही नहीं, मक्का का आटा शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है।