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हमीदिया में प्रबंधन की गलती बढ़ा रही है मरीजों में संक्रमण का खतरा

रास्ते में कहीं कांच तो कहीं कबाड़, प्राइवेट वार्ड भी टूटेगा

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हमीदिया में प्रबंधन की गलती बढ़ा रही है मरीजों में संक्रमण का खतरा

हमीदिया में प्रबंधन की गलती बढ़ा रही है मरीजों में संक्रमण का खतरा

भोपाल. रास्ते में कांच, टूटे पलंग, टेबल समेत मलबा पड़ा हुआ है। छत से गंदा पानी टपक रहा है। यह किसी खंडहर मकान की नहीं बल्कि हमीदिया में कैथलैब तक जाने वाले कॉरीडोर की स्थिति है। जहां से एंजियोप्लास्टी, एंजियोग्राफी, पेसमेकर समेत अन्य इसी प्रकार की सर्जरी के मरीजों को रोजाना ले जाया जा रहा है। बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट के नए प्रस्ताव के तहत नए भवन में आधे प्राइवेट वार्ड तोड़ कर इस यूनिट को तैयार करने की बात कही गई है। इस भवन में कई अहम विभाग हैं, जिसमें 500 से 600 भर्ती मरीज होते हैं।। जिनको नए निर्माण से संक्रमण का खतरा हो सकता है। कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट को नए भवन की 11 वी मंजिल पर शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि कैथलैब पटेल वार्ड वाली पुराने भवन में ही छोड़ दी गई। पुराने भवन में आने का एक रास्ता ही चालू है। जो नए भवन से लगभग 300 से 400 मीटर की दूरी पर है। ऐसे में मरीजों को यहां तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। इसके बाद पुराने भवन में गेट से कैथ लैब तक मरीज को स्ट्रेचर से ले जाया जाता है। साल 2023 के जुलाई माह से इस समस्या को लेकर कार्डियोलॉजी विभाग द्वारा 40 से 45 पत्र प्रबंधन को लिखे गए हैं।
इन मरीजों में संक्रमण का ज्यादा खतरा
ब्लॉक 2 में नेत्र रोग, इएनटी, शिशु रोग, स्त्री रोग, प्राइवेट वार्ड, थैलेसीमिया डे केयर यूनिट समेत अन्य विभाग हैं। प्राइवेट वार्ड को तोड़ यहां बोनमैरो यूनिट के कंस्ट्रक्शन से इन विभागों के मरीजों को संक्रमण का खतरा होगा। दरअसल, निर्माण कार्यों से उडऩे वाली धूल यहां संक्रमण फैला सकती है। पीआइयू को बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट की जरूरत के मुताबिक यहां लैब और वार्ड के अलावा दूसरे निर्माण और बदलाव करने होंगे।
बोनमैरो यूनिट की अब तक की कहानी
चिकित्सा शिक्षा विभाग और एनएचएम ने मिलकर 2017 यूनिट बनाने के लिए काम शुरू किया। कमला नेहरू अस्पताल में आरक्षित जगह का विशेषज्ञों की टीम ने निरीक्षण भी किया था। इसके बाद से अब तक कभी काम शुरू नहीं हो सका। कोरोना काल के बाद साल 2021 में एक बार फिर कागजी कार्यवाही शुरू हुई।

कैथलैब का संचालन लगातार जारी है। विभाग के मरीजों के लिए अलग से एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है। सुविधाओं के विस्तार के साथ मरीजों की सुरक्षा हमारी हमेशा से प्राथमिकता में है।
डॉ. आशीष गोहिया, अधीक्षक, हमीदिया अस्पताल