21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

MCU : ऑनलाइन लीक हुआ रिजल्ट, स्टूडेंटस ने किया हंगामा तब जाकर चार दिन बाद जागा विवि प्रबंधन

विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन तो कुलपति ने दिया क्रिस्प के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आश्वासन, ऑनलाइन लिंक के जरिए 18 जुलाई को लीक हुआ था सभी पीजी कोर्स का रिजल्ट, विवि आधिकारिक रूप से आज रिजल्ट जारी करने की तैयारी में

4 min read
Google source verification

भोपाल

image

Vikas Verma

Jul 23, 2019

MCU : Results of PG exam leaked online via Temporary link

MCU : Results of PG exam leaked online via Temporary link

विकास वर्मा, भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) पीजी कोर्सेज के दूसरे और चौथे सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम 18 जुलाई को ऑनलाइन लीक हो गए लेकिन विवि प्रशासन को इसकी जानकारी तीन दिन बाद तब मिली जब विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जिम्मेदारों से सवाल किए। पीजी के सभी कोर्सेज का रिजल्ट एक लिंक web7.128.202.new.ocpwebserver.com के जरिए ऑनलाइन देखा गया वहीं विवि का कहना है कि फिलहाल रिजल्ट जारी नहीं हुआ है। इस मामले को लेकर मंगलवार को विवि के छात्रों ने कुलपति दफ्तर के बाहर जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया।

करीब 10 मिनट तक चली नारेबाजी के बाद कुलपति दीपक तिवारी ने विद्यार्थियों को अंदर बुलाया और इस मामले में संबंधित एजेंसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आश्वासन दिया। विवि प्रबंधन का कहना है कि इस मामले में एमपी नगर थाने को जांच के लिए पत्र लिखा गया है। हालांकि थाना प्रभारी ने ऐसा कोई भी पत्र मिलने से इंकार किया है। बता दें, विवि ने रिजल्ट प्रोसेसिंग की जिम्मेदारी सरकारी एजेंसी क्रिस्प को दी है। इस पूरे मामले के बाद विवि प्रबंधन ने बुधवार को सभी कोर्सेज का रिजल्ट जारी करने की बात कही है।

बड़ा सवाल - कैसे लीक हुआ डेटा?

इस पूरे मामले के बाद विवि में छात्रों की निजी जानकारी भी खतरे में नजर आ रही है। डेटा लीक होने के बाद विद्यार्थियों की निजी जानकारी के साथ भी खिलवाड़ होने की आशंका जताई जा रही है। इस पूरे मामले में क्रिस्प के कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं विवि प्रबंधन का कहना है कि हो सकता है कि टेस्टिंग के लिए रिजल्ट का लिंक बनाया हो जिसे विद्यार्थियों ने देख लिया हो।

लीक हुए रिजल्ट पर टीचर्स ने भी दी बधाई

जिस दिन रिजल्ट लीक हुआ उस दिन विद्यार्थियों ने अपने डिपार्टमेंट के गु्रप पर रिजल्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसके बाद गु्रप में जुड़े शिक्षक, विभागाध्यक्ष ने भी बिना सत्यता जांचे टॉपर को बधाई दे डाली। गु्रप पर जब कुछ विद्यार्थियों ने इस रिजल्ट को फर्जी बताया तब भी शिक्षक और विभागाध्यक्ष की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।

पत्रिका पड़ताल : 2 साल पुराने टेम्परेरी यूआरएल लिंक पर दिखा यह रिजल्ट

पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि विवि में रिजल्ट प्रोसेसिंग का काम 2 साल पहले तक क्रिस्प के पास था। तब क्रिस्प ने रिजल्ट के लिए एक टेम्परेरी यूआरएल लिंक बना रखा था। जिसे विभिन्न कियोस्क सेंटर्स ने अपनी सुविधा के लिए सेव कर रखा था। लेकिन इन दो सालों में रिजल्ट प्रोसेसिंग का टेंडर किसी और कंपनी को मिल गया तो उसने अपना नया टेम्परेरी यूआरएल बनाया। वहीं इस साल एक बार फिर जब टेंडर क्रिस्प के पास आया तो उसने अपने पुराने टेम्परेरी यूआरएल लिंक पर ही रिजल्ट अपलोड कर टेस्टिंग के लिए विवि को दिया। जिस किसी के पास यह लिंक सेव था, उसने बड़ी आसानी से रिजल्ट का डेटा देख लिया।

ओएमआर शीट में भी हो चुकी है गड़बड़ी

इससे पहले फरवरी 2019 में जारी पहले व तीसरे सेमेस्टर के यूजी-पीजी कोर्सेज के रिजल्ट में भी गड़बड़ी हुई थी। उस दौरान ओएमआर शीट से नंबर स्कैनिंग में गड़बड़ी के चलते कई टॉपर स्टूडेंट्स फेल हो गए थे। जिसके बाद विद्यार्थियों ने कैंपस में प्रदर्शन किया था, तब मामला इतना बढ़ गया था कि विवि प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ गई थी। बाद में विवि ने गड़बड़ी करने वाली ओएमआर शीट स्कैनिंग कंपनी का ठेका रद्द कर दिया था, वर्तमान में यह जिम्मेदारी कोलकाता की एक निजी कंपनी के हाथों में है।

जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है...

डेटा यूआरएल web7.128.202.new.ocpwebserver.com पर कुछ समय के लिए वायरल हुआ था, जानकारी सोमवार रात को मिली। विवि ने डेटा प्रोसेसिंग का काम मप्र शासन के तकनीकी शिक्षा विभाग की स्वायत्तशासी संस्था क्रिस्प को दिया था। अभी परीक्षा परिणाम अभी घोषित नहीं किए हैं, उस लिंक से प्रदर्शित होने वाले परीक्षा परिणाम सही नहीं हैं। इस मामले में कुलपति के आदेशानुसार जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने को पत्र लिखा है।
- दीपेन्द्र सिंह बघेल, प्रभारी कुलसचिव, एमसीयू

हम रिजल्ट बनाने के बाद एक टीआर निकालकर विवि को देते हैं, उनके अप्रूवल के बाद ही हमने उन्हें एक टेस्टिंग के लिए एक टेम्परेरी यूआरएल शेयर किया था। रिजल्ट का यह टेम्परेरी यूआरएल पहले से ही किसी कियोस्क के पास सेव होगा जिसके कारण यह रिजल्ट दिखा हालांकि हमने बाद में यह टेम्परेरी यूआरएल लिंक हटा लिया था। रिजल्ट लीक नहीं हुआ हो दिखा है सही डेटा ही है। अब हम नए यूआरएल को डोमेन पर बाइंड करेंगे लेकिन इसके लिए हमें एआईसी सर्वर से राइट्स लेने होंगे, जिसके बाद रिजल्ट के लिए एक अलग लिंक resu MCU mcu.ac.in बना सकेंगे।
- संदीप जैन, सीनियर मैनेजर (आईटी), क्रिस्प