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फिजूलखर्ची बंद करेंगे, कुरीतियों से लड़ेंगे

मीणा समाज ने पारित किया प्रस्ताव, सामाजिक उत्थान में लगाएंगे बचत की राशि

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Juhi Mishra

Oct 11, 2015

meena

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(यह तस्वीर मीणा समाज के कार्यक्रम की है। जहां विभिन्न पदाधिकारियों ने समाज के लिए विशेष प्रस्ताव पारित किए।)

भोपाल। समाज से मृत्युभोज जैसी प्रथा को कम करना होगा। इसके लिए मृत्युभोज की रसोई को सांकेतिक रूप से किया जाए और इस आयोजन में खर्च होने वाली राशि पूर्वजों के नाम से समाज द्वारा संचालित छात्रावासों में गरीब बच्चों की मदद अथवा अन्य सामाजिक उत्थान में लगाई जाए। वहीं निमंत्रण के नाम पर चिट्ठी, पत्रिका द्वारा आमंत्रण देने की प्रथा भी बंद हो, ताकि कार्यक्रमों में अनावश्यक खर्चों से बचा जा सके।

मप्र मीणा समाज सेवा संगठन की ओर से शनिवार को समन्वय भवन में प्रांतीय प्रतिनिधि सम्मेलन में समाज के लोगों द्वारा ये प्रस्ताव रखे गए। इस पर मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर सहमति दी और संकल्प लिया कि वे एेसी प्रथाओं को हतोत्साहित करेंगे। प्रांतीय सम्मेलन में प्रदेश के विभिन्न स्थानों से समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और समाज में चली आ रही कु रीतियों के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लिया। इस दौरान सामाजिक बुराइयां दहेज प्रथा, टीका प्रथा, बाल विवाह जैसी प्रथाओं को खत्म करने के लिए प्रयास करने की बात कही गई। इसके लिए समाज के हर तबके को जागरुक किया जाएगा। अध्यक्ष लालाराम मीणा ने बताया कि शादी-विवाह में अनावश्क रूप से खर्च किया जाता है। मृत्यु भोज की रसोई पर भी बड़ी राशि खर्च की जाती है। अगर इस तरह के आयोजनों को सांकेतिक रूप से किया जाए, तो इससे समाज को अच्छी दिशा मिलेगी। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष लालाराम मीणा, विधायक ममता मीणा, मेहरबान सिंह, रणवीर सिंह, संतोष मीणा, अमृत मीणा सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।

सीएम ने किया शुभारंभ
प्रांतीय सम्मेलन का शुभारंभ सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इस मौके पर पदाधिकारियों ने संपूर्ण मीणा समाज को अजजा की सूची में शामिल करने, समाज के अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध जाति प्रमाण-पत्र के संबंध में चल रही जांच रोकने व शासन में उचित संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सभी जायज मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार कि या जाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के युवा आगे आएं और उद्यमी बनें। सरकार युवाओं को उद्योग लगाने के लिए हरसंभव मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने समाज की स्मारिका का विमोचन भी किया।

बाहर भी लगी रही भीड़
सम्मेलन में पूरे प्रदेश से समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए। इसलिए कुछ लोगों के बैठने की व्यवस्था बाहर भी की गई थी। बाहर प्रोजेक्टर पर लोग अंदर चल रहे सम्मेलन और वक्ताओं के उद्बोधन देख रहे थे।

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