MLAs and MP met CM for new division headquarters संभाग बनने से पहले ही इसके मुख्यालय को लेकर खींचातानी शुरू हो गई है।
एमपी में संभाग, जिले और तहसीलों का पुनर्गठन किया जाना है। इसके लिए राज्य का परिसीमन आयोग जुटा हुआ है। प्रस्तावित संभागों में नए निमाड़ संभाग की भी चर्चा है। तीन जिलों से मिलकर बननेवाले इस नए संभाग के बनने से पहले ही इसके मुख्यालय को लेकर खींचातानी शुरू हो गई है। डीआइजी कार्यालय और यूनिवर्सिटी खरगोन के पाले में जाने के बाद अब खंडवा व बुरहानपुर के जनप्रतिनिधि लामबंद हो गए हैं। ये सभी हर हाल में प्रस्तावित निमाड़ संभाग का मुख्यालय खंडवा को बनाने को लेकर एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। इस संबंध में सांसद ने छह विधायकों के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी मुलाकात की। सांसद और विधायकों ने नए संभाग का मुख्यालय खंडवा को बनाने की मांग की।
खरगोन, बुरहानपुर और बड़वानी जिले को मिलाकर निमाड़ संभाग के गठन की चर्चा जोरों पर है। इसको लेकर अब जनप्रतिनिधियों में जोर आजमाइश शुरू हो गई है। खरगोन सांसद गजेंद्र सिंह पटेल गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिले थे। उन्होंने खरगोन को नए संभाग का मुख्यालय बनाने की मांग करते हुए सीएम को पत्र सौंपा था।
खंडवा सहित दूसरे जिलों के अन्य जनप्रतिनिधियों को जब यह बात पता चली तो वे दूसरे दिन ही यानि शुक्रवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास पहुंच गए। सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, खंडवा विधायक कंचन मुकेश तनवे, मांधाता विधायक नारायण पटेल, पंधाना विधायक छाया मोरे, नेपानगर विधायक मंजू दादू, विधायक प्रतिनिधि मुकेश तनवे, चंद्रेश पचौरी सहित पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री यादव से मिले। जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से निमाड़ को संभाग का दर्जा देकर संभाग का मुख्यालय खंडवा बनाने का पत्र सौंपा।
भाजपा प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि नर्मदा जल योजना के लिए भी विधायक, महापौर ने सांसद के साथ अपनी बात रखी थी। इस तरह से निमाड़ संभाग बनाकर मुख्यालय खंडवा किए जाने को लेकर प्रयास तेज हो गए हैं।
खंडवा को संभागीय मुख्यालय बनाने केपक्ष में तर्क