
‘अविश्वास’ से बच रही सरकार: विपक्ष, मां को संभालें, फिर लगाएं आरोप: पक्ष
भोपाल. विधानसभा में मानसून सत्र के पहले ही दिन कांग्रेस के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से बचना चाह रही है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सदन से बाहर कहा कि उन्हें आशंका है कि सरकार इस प्रस्ताव पर चर्चा ही नहीं होने देगी।
स्पीकर सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। उधर सत्ता पक्ष ने आरोप लगाया कि अविश्वास प्रस्ताव में लाए गए 98 फीसदी मामलों पर सदन में पहले ही चर्चा हो चुकी है। पूरा अविश्वास प्रस्ताव कपोल कल्पित अरोपों पर आधारित है। इस पर सदन में चर्चा कराने की जरूरत नहीं है। मानसून सत्र का पहला ही दिन काफी हंगामेदार रहा। अध्यक्ष को तीन घंटे में दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने चर्चा के दौरान मांग रखी कि पार्टी की ओर से अविश्वास प्रस्ताव की सूचना दी गई है, इस पर आज ही चर्चा करा ली जाए। अध्यक्ष ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के दो नोटिस मिले हैं। अध्यक्ष को उन पर विचार का अधिकार है, समय रहते निर्णय ले लिया जाएगा।
वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार ने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव के साथ जो अरोप-पत्र दिया था, उस पर उनके हस्ताक्षर ही नहीं थे। उन्होंने बाद में विधानसभा सचिवालय में आकर हस्ताक्षर किए, ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव स्वत: शून्य हो जाता है। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य हंगामा करने लगे। चर्चा के दौरान अजय सिंह ने कहा कि उनके पास कई मंत्रियों के गंभीर मामले हैं, जिन्हे वे समय आने पर सूचित करेंगे।
संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाया कि विपक्ष सिर्फ खेलने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया है। नेता प्रतिपक्ष की हालत यह है कि एक भी विधायक उनके साथ अविश्वास का नोटिस देने नहीं आया। ये न तो पार्टी संभाल पाते हैं न ही परिवार। हंगामे के बीच अध्यक्ष ने बताया कि पहले भी अविश्वास प्रस्ताव पर सत्र शुरू होने के बाद निर्णय लिए गए हैं। इस पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।
गोविंद सिंह ने मंत्री शुक्ल के खिलाफ आरोप लगाने की मांगी अनुमति
कांग्रेस विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने खनिज मंत्री राजेन्द्र शुक्ल के खिलाफ सदन में आरोप लगाने की अनुमति मांगी है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि नेता प्रतिपक्ष द्वार दिए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान वे मंत्री के खिलाफ आरोप लगाना चाहते हैं। पत्र में उन्होंने राज्य में अवैध खनन, नियम विरुद्ध होने वाले कामों का भी जिक्र किया है। अवैध खनन से राजस्व का नुकसान हो रहा है। खनन मंत्रालय की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2 साल में अवैध खनन करने वालों ने 9 अरब 32 करोड का गौण खनिज, रेत, गिट्टी मिट्टी, मुरम, कॉपर, बाक्साइड आदि निकाला गया।
मंदसौर गोली कांड की रिपोर्ट पर हंगामा
कांग्रेस विधायकों ने सदन में मंदसौर गोली कांड की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। शून्य काल के दौरान हाथों में पोस्टर लेकर रिपोर्ट पटल पर रखने की मांग करते हुए नारेबाजी की। भाजपा विधायकों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। अध्यक्ष ने हंगामा बढ़ते देख कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। सुआसरा विधायक हरदीप सिंह डंग कार्यवाही समाप्त होने तक हाथों में पोस्टर लिए अपनी सीट पर बैठे रहे। डंग का आरोप है कि सरकार मंदसौर गोली कांड के सच को छिपाना चाहती है। वो चुनाव से पहले रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करेगी।
Published on:
26 Jun 2018 07:00 am
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