विधायकों को भेजे गए परिपत्र में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य किया गया है। साथ ही कहा गया है कि मानसून सत्र के लिए स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण एवं शून्यकाल की सूचनाएं 4 अगस्त से स्वीकार की जाएंगीं। प्रथम बैठक के लिए 4 अगस्त से 7 अगस्त तक सूचनाएं ली जाएंगीं। इसके बाद अन्य दिनों के लिए सूचनाएं स्वीकार होंगीं। सूचनाओं के लिए विधायक यदि अपना अधिकृत व्यक्ति भेजते हैं तो उसे मुख्य द्वार पर टोकन प्राप्त करना होगा। उसका क्रम आने पर उसे सचिवालय में प्रवेश मिलेगा। वहीं विधायकों से कहा गया है कि एक बैठक के लिए एक से अधिक स्थगन प्रस्ताव नहीं लिए जाएंगे। यदि विधायक एक साथ एक से अधिक सूचनाएं देना चाहते हैं तो उन्हेंं तिथि बताना होगी कौन सी सूचना किस दिनांक के लिए है। इसी प्रकार की व्यवस्था ध्यानाकर्षण के लिए की गई है। सचिवालय ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी ध्यानाकर्षण में एक से अधिक विधायक के हस्ताक्षर होंगे तो यह माना जाएगा कि जिस विधायक ने पहले साइन किए हैं, यह सूचना उसी के द्वारा दी गई है।
सदन में अधिक से अधिक चर्चा का प्रयास – विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम का फोकस सत्र के दौरान महत्वपूर्ण विषयों पर अधिक से अधिक विधायकों के चर्चा में शामिल होने को लेकर है। प्रश्नकाल में भी ज्यादा से ज्यादा सवालों पर सरकार से जवाब लिए जाने का प्रयास होगा। पिछले सत्र में नए विधायकों को मौका दिया गया था, इस बार भी नवाचार की संभावना है।