
Checking the applications of Sambal Yojana in the municipality
बैतूल। मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल 2.0 योजनांतर्गत जिले में 55 हजार से अधिक लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं, लेकिन इनके निराकरण की धीमी रफ्तार के कारण दस हजार से अधिक आवेदन पेंडिंग पड़े हुए हैं। जबकि सात दिन की समय-सीमा में आवेदनों का निराकरण किया जाना है, लेकिन मैदानी अमले द्वारा सत्यापन कार्य में रूचि नहीं दिखाए जाने के कारण काम काफी धीमी गति से चल रहा है। इस स्थिति के चलते शासन ने अब समय-सीमा में काम पूर्ण नहीं होने पर जुर्माना अधिरोपित की कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं।
जिले में संबल के 3.70 लाख पंजीयन
जिलें में संबल योजना के तहत अभी तक कुल 3.70 लाख पंजीयन हो चुके हैं। वर्ष 2018 की शुरूआत में जब संबल 1.0 योजना शुरू हुई थी उस समय 6 लाख पंजीयन जिले में किए गए थे, इनमें से कई अपात्रों के नाम भी जोड़ दिए गए थे। जिन्हें बाद में काटा गया था। जिसके बाद पात्र हितग्राहियों संख्या 3.24 लाख सामने आई थी। वहीं वर्तमान में 16 मई से संबल 2.0 योजना की शुरूआत की गई है। जिसमें ऑनलाइन पंजीयन के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। जिससे अब जिले में संबल योजना के हितग्राहियों की संख्या बढकऱ 3 लाख 70 हजार से ऊपर पहुंच गई है। बताया गया कि संबल योजना में पंजीयन के लिए प्रतिदिन 200 से 250 आवेदन ऑनलाइन किए जा रहे हैं।
इनका कहना
- संबल योजनंातर्गत ऑनलाइन आवेदनों के निराकरण को लेकर प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। जनपद पंचायतों में थोड़ा धीमी गति से सत्यापन का कार्य चल रहा हैं जिसकी वजह से पेंडेंसी बढ़ी हुई है। वैसे कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द सत्यापन का काम पूर्ण किया जाए। वहीं प्रतिदिन ऑनलाइन आवेदन हो रहे हैं जिससे भी संख्या बढ़ रही है।
- धम्मदीप भगत, श्रम अधिकारी, जिला श्रम कार्यालय बैतूल।
55 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए
जिले में मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के द्वितीय चरण के तहत पंजीयन एवं अनुग्रह सहायता स्वीकृति के लिए 55 हजार 19 आवेदन ऑनलाइन किए गए हैं।इनमें से 7 हजार आवेदन अपात्र पाए जाने पर उन्हें निरस्त कर दिया गया है। जबकि शेष आवेदनों के निराकरण की प्रक्रिया की जा रही है। संबल योजना का लाभ लेने के लिए लोग प्रतिदिन ऑनलाइन आवेदन भी कर रहे हैं। बताया गया कि अभी तक 37 हजार 456 पंजीयन जारी किए जा चुके हंै। जिले में ऑनलाइन आवेदनों के निराकरण का कुल प्रतिशत 80.80 बताया जाता है।
10 हजार से अधिक आवेदन पेंडिंग पड़े
संबल योजना में 10 हजार 561 आवेदन जिले भर में सत्यापन के लिए पेंडिंग होना बताए जा रहे हैं। बताया गया कि ऑनलाइन पंजीयन किए गए आवेदनों का मैदानी अमले के माध्यम से भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है, लेकिन स्थिति यह है कि मैदानी अमला काफी धीमी गति से सत्यापन का काम कर रहा है। जिसकी वजह से दस हजार से अधिक आवेदनों का निराकरण अभी तक लंबित होना बताया जाता है।
जनपदों में धीमी गति से हो रहा निराकरण
नगरीय क्षेत्रों में आवेदनों के निराकरण की स्थिति तो ठीक हैं लेकिन जनपद पंचायत क्षेत्रों में आवेदनों का निराकरण काफी धीमी गति से हो रहा है। सब से कम निराकरण प्रतिशत जनपद पंचायत आठनेर 64.84 प्रतिशत, जनपद पंचायत भंैसदेही 65.55 प्रतिशत, जनपद पंचायत बैतूल 69.28 प्रतिशत, नगर पालिका परिषद आमला 72.60 प्रतिशत, जनपद पंचायत आमला 76.53 प्रतिशत, जनपद पंचायत प्रभातपट्टन 79.37 प्रतिशत बताया जाता है, जो जिले के औसत निराकरण से कम है।
सात दिन में होना था निराकरण
संबल 2.0 योजना को लोक सेवा गारंटी अधिनियम 2010 की धारा 3 को अधिसूचित किया गया है, जिसमें संबल पंजीयन एवं अनुग्रह सहायता दोनों ही सेवाओं के लिए 07 कार्य दिवस की सीमा निर्धारित की गई है, लेकिन इसके बाद भी संबल योजना के आवेदनों का समय-सीमा में निराकरण नहीं किया जा रहा है। स्थिति यह है कि महीनों से सत्यापन के लिए आवेदन पेंडिंग पड़े हुए। इस स्थिति को देखते हुए शासन ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम अंतर्गत समय सीमा में सेवा प्रदाय नहीं करने के कारण जुर्माना अधिरोपित करने की कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए हैं।
Published on:
21 Aug 2023 08:30 pm
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