
बोर्ड परीक्षा में कॉन्सेप्ट के आधार पर मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है।
इस बार बोर्ड परीक्षाओं में गजब हो रहा है। बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में यदि आपने कोई जवाब गलत भी दे दिया है तो ज्यादा चिंता नहीं। गलत उत्तर भी आपको कुछ नंबर जरूर दिला देगा बशर्ते आपका आधा उत्तर सही हो। इस बार बोर्ड परीक्षा में कॉन्सेप्ट के आधार पर मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है।
इसमें शिक्षकों को “एन्सर की” की सहायता से कॉपी जांचने की सुविधा मिलेगी। इससे शिक्षक यह जान सकेंगे कि स्टूडेंट ने जवाब कितना सही लिखा है। स्टूडेंट ने जितना सही उत्तर लिखा होगा, उसके मुताबिक ही नंबर प्राप्त होंगे।
मिसाल के लिए कोई प्रश्न छह नंबर का है और आठ बिंदु है। इन आठ में से स्टूडेेंट ने केवल चार बिंदुओं के सही जवाब दिए हैं और शेष चार बिंदुओं के जवाब गलत दे दिए हैं या चार ही बिंदु के उत्तर दिए हैं। ऐसी स्थिति में चार बिंदुओं के सही जवाब दिए जाने पर भी उसे तीन अंक प्राप्त होंगे।
माध्यमिक शिक्षा मंडल यानि एमपी बोर्ड की यह व्यवस्था स्टूडेंट के लिए वरदान साबित हो सकती है। हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षाओं की कॉपी चेक करने वाले शिक्षकों को भी यह “एन्सर की” सुविधा प्रदान करेंगी। इससे शिक्षक को सवालों के सही जवाब मालूम करने में आसानी होगी तथा समय की भी बचत होगी। बोर्ड ने मूल्यांकन निष्पक्ष बनाने के लिए भी यह सिस्टम अपनाया है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि “एन्सर की” के कारण शिक्षकों की मेहनत कुछ कम हो जाएगी। इससे उत्तर कितना सही लिखा गया है, इसका पता करने में सबसे ज्यादा सहायता मिलेगी। स्टूडेंट ने जितना उत्तर सही लिखा है उस हिसाब से नंबर प्राप्त होंगे। अगर किसी प्रश्न में आठ बिंदु है और परीक्षार्थी ने केवल चार बिंदु कवर किए हैं तो उसे आधे बिंदुओं के आधार पर कुल अंक के आधा अंक दिए जाएंगे। एमपी बोर्ड इस बार सीबीएसई के पैटर्न पर जांच करा रहा है।
Published on:
14 Feb 2024 09:07 pm
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