10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इन 15 जिलों में कांग्रेस अध्यक्षों का जमकर विरोध, इस वजह से नाराज हैं कार्यकर्ता

Congress New District Presidents: प्रदेश कांग्रेस के 71 संगठनात्मक जिलों में रविवार को हुई नए अध्यक्षों की नियुक्ति दिल्ली नेतृत्व द्वारा प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा रिफॉर्म माना जा रहा है। लेकिन इस बीच विरोध के सुर भी प्रखर हो गए हैं। 15 जिलों में रविवार को नए अध्यक्षों का जमकर विरोध हुआ। इंदौर जैसे कुछ जिलों में प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध नजर आया।

3 min read
Google source verification
Allegation of making Congress District President by taking defender in MP

Allegation of making Congress District President by taking defender in MP (फोटो सोर्स_ @INCMP)

MP Congress New District President:प्रदेश कांग्रेस के 71 संगठनात्मक जिलों में रविवार को हुई नए अध्यक्षों की नियुक्ति दिल्ली नेतृत्व द्वारा प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा रिफॉर्म माना जा रहा है। लेकिन इस बीच विरोध के सुर भी प्रखर हो गए हैं। गुना, रीवा, सतना, इंदौर, उज्जैन, भिंड, अशोकनगर, दतिया, मंदसौर, अनूपपुर, मुरैना, बुरहानपुर, डिंडोरी, देवास जैसे 15 जिलों में रविवार को नए अध्यक्षों का जमकर विरोध हुआ। इंदौर जैसे कुछ जिलों में प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ सोशल मीडिया में विरोध देखने को मिला तो मीनाक्षी नटराजन के करीबी कहे जाने वाले उमरिया व मंदसौर अध्यक्षों के नामों पर भी आपत्तियां आईं है। अब प्रदेश कांग्रेस सोमवार को इन मामलों का रिव्यू कर रिपोर्ट दिल्ली भेजेगी।

इसलिए मान रहे रिफॉर्म

  • जयवर्धन सिंह, ओमकार सिंह मरकाम और प्रियव्रत सिंह जैसे बड़े नेता केवल अपनी विधानसभा तक ही सीमित थे। अब जिले से भी बेहतर परिणाम दिखाने होंगे।
  • मौजूदा व पूर्व विधायकों को जिम्मेदारी देकर केंद्रीय नेतृत्व ने संदेश दिया है कि बड़े लोगों को भी जमीन पर काम दिखाना होगा।
  • जो अध्यक्ष बने वे किसी न किसी नेताओं से जुड़े हैं। लेकिन प्रदेश व केंद्रीय नेतृत्व ने गुटबाजी तोड़ने का साहस दिखाया है।

कार्यकर्ताओं की नाराजगी की ये वजह

  • खंडवा शहर: प्रतिभा रघुवंशी के स्थाई निवास नहीं होने पर आपत्ति।
  • डिंडोरी: विधायक ओमकार सिंह को ज्यादा तबज्जो से नाराजगी।
  • अनूपपुर: श्याम कुमार पूर्व में निष्कासित थे, पद देने से रोष।
  • मंदसौर: महेंद्र सिंह गुर्जर के जिले में निष्क्रिय रहने की बात।
  • उमरिया: विजय कुमार कौल के भोपाल में रहने से नाराजगी।
  • सतना: सिद्धार्थ कुशवाहा को कई जिमेदारी, दूसरों को मौका नहीं।
  • जबलपुर ग्रामीण: संजय यादव ने सीएम को पूर्व में बधाई दी थी।
  • देवास: मनीष चौधरी की बजाए नेता अपने गुट से अध्यक्ष चाहते।
  • जबलपुर शहर: सौरभ शर्मा का नाम रायशुमारी में नहीं था।

मैं पार्टी का सिपाही हूं: जयवर्धन सिंह

मैं पार्टी का सिपाही हूं, मुझे जहां भी तैनात करेंगे, वहां मजबूती के साथ खड़ा रहूंगा। विरोध से कोई वास्ता नहीं है, यह कार्यकर्ताओं की भावना हो सकती है। मैं कांग्रेस को मजबूत करने का काम करुंगा।- जयवर्धन सिंह, जिलाध्यक्ष गुना

कुछ जिलों में विरोध की शिकायतें मिली हैं, जो अनुशासनहीनता है। ऐसे मामलों का रिव्यू करेंगे और कार्रवाई भी होगी। यदि किसी को कोई बात कहनी है तो उसके लिए पार्टी फोरम है, सभी तथ्यात्मक बातों को सुना जाएगा।- संजय कामले, संगठन महासचिव

जयवर्धन जैसे 10 अध्यक्ष दिल्ली से तय

कांग्रेस में जिला अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद सबसे ज्यादा गहमा-गहमी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गढ़ कहे जाने वाले गुना व राजगढ़ में रही। यहां कई कार्यकर्ताओं का कहना था कि विधायक एवं पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह प्रदेश स्तर के नेता हैं, उन्हें जिले तक सीमित करके उनका कद घटवाया है। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को जिम्मेदार ठहराया गया। जबकि दिल्ली सूत्रों के मुताबिक दिग्विजय के बेटे जयवर्धन, भतीजे प्रियव्रत व विधायक ओमकार, पूर्व विधायक विपिन , प्रतिभा रघुवंशी, विधायक सिद्धार्थ, मनीष चौधरी, विधायक महेश परमार को जिला अध्यक्ष बनाने का निर्णय दिल्ली नेतृत्व का है। हालांकि गुना व राजगढ़ में कई जगह जयवर्धन सिंह के समर्थन में रैलियां भी निकलीं।

यहां दिए इस्तीफे

रीवा में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अशफाक अहमद ने मुस्लिम समाज की उपेक्षा का आरोप लगाकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सतना में कांग्रेस के जिला सचिव अभिनव सिंह ने पद छोड़ा। बुरहानपुर में मीडिया विभाग के अध्यक्ष ने इस्तीफे की पेशकश की।