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MP election 2023 : चुनाव से पहले ये दिग्गज नेता भी छोड़ सकते हैं पार्टी

MP election 2023 : विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता पार्टी छोड़ सकते हैं, इस कारण दोनों ही दलों की निगाहें कमजोर कडिय़ों को मजबूत करने में जुटी है।

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MP election 2023 : चुनाव से पहले ये दिग्गज नेता भी छोड़ सकते हैं पार्टी

MP election 2023 : चुनाव से पहले ये दिग्गज नेता भी छोड़ सकते हैं पार्टी

mp election 2023 : पूर्व मंत्री दीपक जोशी के भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने के ऐलान के बाद दोनों पार्टियों में कमजोर कड़ियों पर नजरें टिक गई हैं। भाजपा में ऐसे और भी नेता हैं जो असंतुष्ट हैं। चुनाव में टिकट की उम्मीद टूटने पर भविष्य की चिंता इनके लिए दूसरे दल का रास्ता खोज सकती है। कांग्रेस में भी कई नेता कमजोर कड़ियां हैं, जिन पर भाजपा की नजरें हैं।

28 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हुए थे।

25 दलबदलुओं को भाजपा ने और 9 दलबदलुओं को कांग्रेस ने टिकट दिया था।

भाजपा में ये नेता असंतुष्ट, छोड़ सकते हैं पार्टी

सुरेंद्र पटवा: पूर्व मंत्री लंबे समय से भाजपा में असंतुष्ट हैं। बीते दिनों राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह उनके घर गए थे। तब से सियासी समीकरण पर चर्चा शुरू हो गई।

अनूप मिश्रा: पूर्व मंत्री लंबे समय से हाशिये पर हैं। ग्वालियर पूर्व सीट से दावेदार हैं। मुन्नालाल गोयल भी दावेदारी कर रहे हैं। एक साल पहले अनूप ने खुलकर कहदिया था कि चुनाव लडूंगा।

नारायण त्रिपाठी: भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी बागी तेवरों के साथ विंध्य प्रदेश की मांग कर चुके हैं। कांग्रेस से भाजपा में आए थे। अब समीकरण चुनाव के समय के हिसाब से तय होंगे।

गौरीशंकर शेजवार: पूर्व मंत्री शेजवार पर भी कांग्रेस की नजरें हैं। पिछली बार बेटे मुदित सांची से प्रभुराम चौधरी से हार गए थे। कांग्रेस की मंशा है कि गौरीशंकर कांग्रेस प्रत्याशी बनकर उतरें।

भंवर सिंह शेखावत: भाजपा के वरिष्ठ नेता लंबे समय से नाराज हैं। कई मोर्चों पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। इंदौर की सियासत में शेखावत के सियासी कद को देखते हुए कांग्रेस की निगाह है।

फिर इन्होंने छोड़ी पार्टी: यादवेंद्र सिंह यादव भाजपा से कांग्रेस में, कांग्रेस की लोकसभा प्रत्याशी रहीं मोना सुस्तानी भाजपा में, रैगांव से पूर्व बसपा विधायक उषा चौधरी और प्रीतम लोधी भी भाजपा में। शीला त्यागी बसपा से कांग्रेस में आईं।

कांग्रेस के इन नेताओं पर भाजपा की नजरें

विधायक जीतू पटवारी सहित ऐसे कई नेता हैं जिनके कांग्रेस में मतभेद उभरते रहते हैं। ऐसे नेताओं पर भाजपा की नजरें हैं। जिन सीटों पर कांग्रेस अपने परंपरागत नेता को टिकट नहीं देगी, उन पर भी भाजपा दांव चल सकती है।

विधायक हीरालाल अलावा जयस की राजनीति करते हैं। कांग्रेस से मतभेद उभरते रहे हैं। भाजपा आदिवासी मुद्दे पर सतर्क है इसलिए हीरा को लेकर विचार हो सकता है।

राष्ट्रपति चुनाव के समय मप्र में कांग्रेस के कई विधायकों ने एनडीए समर्थित प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोटिंग की थी। इन कांग्रेस विधायकों पर भाजपा की निगाहें हैं।

हम सब उनके साथ: नरोत्तम

मामले में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि दीपक जोशी मेरे साथी हैं। मंत्रिमंडल में साथ रहे हैं। योग्य व्यक्ति हैं। हम सब उनके साथ हैं।

परिवार के अभिन्न अंग: वीडी

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दीपक के भाजपा छोड़ने से इनकार किया है। कहा, वे परिवार के अभिन्न अंग हैं। छोटी-मोटी बातें चलती रहती है।