
big action against jyotiraditya scindia
भोपाल। ज्योतिरादित्य jyotiraditya scindia सिंधिया के in bjp भाजपा मे जाते ही उनके खिलाफ EOW में चल रहे मामले को open खोलने old case की तैयारी कर ली गई है। इस संबंध में आ रही जानकारी के अनुसार 10 हजार करोड़ के घोटाले की शिकायत करने वाले फरियादी सुरेंद्र श्रीवास्तव को EOW ने बुलाया था। वहीं EOW के अनुसार गुरुवार यानि 12 मार्च 2020 को आवेदक सुरेंद्र श्रीवास्तव ने आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ EOW के अरेरा हिल्स भोपाल स्थित मुख्यालय पर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर एक आवेदन पत्र प्रस्तुत किया है।
जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया व उनके परिवार को आरोपी बनाया गया है। वहीं ये बात भी सामने आ रही है कि 2014 में दर्ज हुई इन शिकायतों को जांच के बाद सत्य नहीं पाए जाने पर नस्तीबद्ध कर दिया गया था। ऐसे में सिंधिया द्वारा भाजपा के साथ आते ही इस केस को फिर सामने लाने के मामले में जानकारों का मानना है कि यह जानबुझकर सिंधिया को परेशान करने के लिए की गई कार्रवाई प्रतीत होती है।
इस पूरे मामले के संबंध में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ EOW का कहना है कि आवेदक सुरेंद्र श्रीवास्तव के अनुसार उसके द्वारा 26 मार्च 2014 को प्रकोष्ट में एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिसमें ज्योतिरादित्य jyotiraditya scindia case सिंधिया और उनके परिजनों के उपर आरोप लगाया गया था कि ज्योतिरादित्य व उनके परिजनों ने साल 2009 में ग्वालियर के महलगांव की जमीन (सर्वे क्रमांक 916) खरीदकर रजिस्ट्री में कांट डांटकर आवेदक की 6000 वर्ग फीट जमीन कम कर दी गई।
वहीं इसके अतिरिक्त आवेदक सुरेंद्र श्रीवास्तव ने सिंधिया देवस्थान के चेयरमैन व ट्रस्टियों के द्वारा महलगांव , जिला ग्वालियर स्थिति शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 1271 को प्रशासन के सहयोग से फर्जी दस्तावेज तैयर कर विक्रय करने के संबंध में भी एक आवेदन पत्र 23 अगस्त 2014 को प्रकोष्ठ में प्रस्तुत करना बताया है।
आवेदन के बाद मामले को रिओपन...
वहीं आवेदक सुरेंद्र श्रीवास्तव ने इन शिकायतों की जांच के बाद नस्तीबद्ध किए जाने से असंतुष्ट होकर उनके द्वारा पूर्व में प्रस्तुत दोनों आवेदन पत्रों पर पुन: जांच / सत्यापन की कार्यवाही के लिए अनुरोध किया है। आवेदक के आवेदन पत्र पर प्रकोष्ठ द्वारा सत्यापन की कार्यवाही की जा रही है।
हो सकती है कार्रवाई...
आवेदन के बाद माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरुद्ध जल्द ही कार्रवाई हो सकती है। वहीं इससे पहले भाजपा के प्रभात झा भी जमीन घोटाले के मामले में सिंधिया के खिलाफ घेराबंदी कर चुके हैं।
वहीं बुधवार को गुना,विदिशा व ग्वालियर के कलेक्टर के तबादले के बाद यह माना जा रहा है कि सिंधिया अब सरकार के निशाने पर आ गए हैं।
सिंधिया की घेराबंदी...
सिंधिया की घेराबंदी के चलते Eow sp ग्वालियर भी बदल दिए गए हैं। ग्वालियर के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ग्वालियर इकाई के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजपूत को नवीन पदस्थापना देते हुए पुलिस अधीक्षक आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ उज्जैन इकाई बनाया गया है। वहीं अमित सिंह सहायक महानिरीक्षक आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ मुख्यालय भोपाल को नवीन पदस्थापना देते हुए पुलिस अधीक्षक आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, ग्वालियर इकाई बनाया गया है।
Updated on:
12 Mar 2020 08:42 pm
Published on:
12 Mar 2020 08:17 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
