अब सरकार का फोकस बाल विवाह रोकने पर अधिक है। इसके लिए शुरू हुए लाड़ो अभियान के बजट को बढ़ाकर दोगुना किया गया है। स्वागत लक्ष्मी योजना के बजट में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। पिछले वित्तीय वर्ष में इसके लिए मात्र 3 हजार का बजट था, लेकिन इस बार इसे बढ़ाकर एक हजार करोड़ रुपए किया गया है। महिला हेल्प लाइन में भी 3 हजार करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है, जबकि चालू वित्तीय वर्ष में इसके लिए कोई बजट ही नहीं था। इसी प्रकार ऊषा किरण केन्द्र, घरेलू हिंसा के विरुद्ध महिलाओं को सुरक्षा एवं सहायता केन्द्र, शौर्या दल, वन स्टॉप सेंटर (सखी) के बजट में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
साइकिल के लिए अधिक बजट -
बेटियों की पढ़ाई लिखाई में स्कूल की दूरी आड़े न आए, इसके लिए उन्हें नि:शुल्क साइकिल देने की योजना चल रही है। स्कूल शिक्षा विभाग, आदिम जाति कल्याण और अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के लिए इस योजना के बजट में इजाफा किया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस बार 150 करोड़, आदिम जाति कल्याण ने 2 करोड़ और आदिम जाति कल्याण ने एक करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है।