
MP Weather Very heavy rain in MP (फोटो सोर्स : पत्रिका)
MP Weather: मध्यप्रदेश में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। तेज बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। प्रदेश में कई मार्गों पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। इसके अलावा सिंगरौली जिले में सात गांव मूसलाधार बारिश में डूब गए और स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई। भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात(Flood in MP) बन गए हैं। लगातार हो रही बारिश के चलते प्रशासन अलर्ट मोड पर है और एमपी के विभिन्न जिलों में राहत कार्य जारी हैं।
पूर्वी क्षेत्र में महाकोशल और विंध्य के सभी जिलों में मानूसन ने दोबारा जोरदार बारिश(Heavy Rain in MP) कराई। अनूपपुर में पुष्पराजगढ़ के पास रपटा डूबने से शहडोल-अमरकंटक स्टेट हाईवे तो डिंडोरी में चकरार नदी की बाढ़ के चलते छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाला शहडोल-पंडरिया हाईवे थम हो गया। शिवपुरी जिले के नरवर स्थित अटल सागर मनीखेड़ा डैम के 6 गेट खोलकर 1633 क्युमेक पानी छोड़ा जा रहा है।
जबलपुर में शनिवार सुबह बांध का जल स्तर 419.50 m आंका गया। वर्तमान मे बांध की जल उपयोगी क्षमता 2310 mcm(72.64%) है। वर्तमान मे बांध मे पानी की आवक 2400 क्युमेक है। मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनी तथा बांध के जल संग्रहण क्षेत्र मे हो रही बारिश से बांध मे जल की आवक को देखते हुए जलस्तर को नियंत्रित किया जाएगा। आज दोपहर 01.00 बजे जल की निकसी के लिए बांध के 15 गेट 1.56m औसत ऊचाई पर खोले जाएंगे। जिससे नर्मदा के घाटों पर 8 से 10 फीट पानी की बढोत्तरी होगी। इससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा(Flood in MP) मंडरा रहा है। प्रशासन ने तटीय क्षेत्रो से दूरी बनाए रखने की अपील की है।
छिंदवाड़ा में बारिश के चलते नागद्वारी यात्रा में रुकावट आई। दमुआ के पास बोर नाला शुक्रवार को उफान पर रहा। इस कारण महाराष्ट्र से आने वाले नागद्वारी यात्रियों को रोकना पड़ा। कांगड़ा मार्ग पर भी यातायात ठप रहा।
करीब दस घंटे की मूसलाधार बारिश(Heavy Rain in MP) में माड़ा तहसील क्षेत्र के करीब आधा दर्जन से अधिक गांव डूब गए हैं। जनपद सदस्य रणधीर सिंह ने आपदा को लेकर प्रशासन को अवगत कराया है। वहीं डूबे हुए गांवों में सुलियारी, माड़ा, छतौली, ढेका, बहेरी, मकरोहर, रौंदी, पडऱी, धनहरा के रहवासियों को राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन से मदद की मांग की है। बताया है कि पानी ने तबाही मचाई और इन गांवों के लोगों को रात में रहने का ठौर दिया जाए।
सिंगरौली के माड़ा में शुक्रवार को 10 घंटों के दौरान करीब 9 इंच बारिश हुई। भारी बारिश से एक दर्जन गांवों में बाढ़ के हालात बन गए। पुल-पुलियों के ऊपर से पानी बहने से कई गांवों का संपर्क कट गया। कलेक्टर ने बाढ़ के हालात देखते हुए जिले के सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में 26 जुलाई को अवकाश घोषित कर दिया। इसके साथ ही ग्वालियर जिले में भी सभी सरकारी और निजी स्कूलों में तेज बारिश के कारण छुट्टी घोषित कर दिया गया है।
भिंड में ही एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय पुरानी बस्ती का पुराना जर्जर भवन उपयोग में नहीं लिया जा रहा है। दूसरा अतिरिक्त कक्ष करीब 15 साल पहले बना था, जिसकी छत में सरिया बाहर दिखाई दे रहे हैं। एक साल पहले इसका प्लास्टर गिर भी चुका है। हादसे में बच्चे बाल-बाल बचे थे। वहीं पन्ना के रैपुरा तहसील के शासकीय माध्यमिक शाला जामुनडांड का भवन जर्जर हो गया है। एक कमरे का लेंटर ही गिरने की कगार पर है, प्लास्टर गिरने से सरिया दिख रहे हैं। जर्जर भवन की छत से बारिश में रिसाव हो रहा है। इसके साथ ही मंदसौर में अधिकांश जगह जर्जर भवन में सरकारी स्कूल चल रहे हैं। अधिकांश सरकारी स्कूलों में बाउंड्रीवॉल नहीं है, तो खिड़की-दरवाजों की मरमत भी नहीं हो पा रही है। 2019 की बाढ़ के समय कई स्कूल भवन जर्जर हो गए थे।
Updated on:
26 Jul 2025 01:51 pm
Published on:
26 Jul 2025 12:30 pm
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