
भोपाल। नए साल की छुट्टियां मनाने के लिए मध्यप्रदेश अब टूरिस्ट की पहली पसंद बनता जा रहा है। हालात ये हैं कि प्रदेश के लगभग सभी टूरिस्ट स्पॉट फुली बुक हो चुके हैं। जहां कुछ बचा है, वहां मोटी रकम देकर रुकने और खाने-पीने का इंतजाम करना पड़ रहा है। बात चाहे पचमढ़ी की हो या फिर महाकाल नगरी की, सभी जगह यही हाल है। तो अगर आप भी नए साल की छुट्टियां मनाने मध्यप्रदेश के टूरिस्ट स्पॉट पर आने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो अब आपको सोच-समझ कर प्लानिंग करने की जरूरत है।
90 फीसदी तक हो चुकी है बुकिंग, अब चाहिए कमरा तो चुकानी होगी मोटी रकम
अगर आप पचमढ़ी घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यहां एक कमरे के लिए 50 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से पैसा खर्च करना पड़ सकता है। तो सैलानी टापू के होटल में 13 हजार रुपए तक का कमरा मिल रहा है। महाकाल नगरी उज्जैन में भी होटल लगभग बुक हो चुके हैं। यहां 6 हजार का कमरा अब 10 हजार रुपए में मिल रहा है। वहीं अब मंदिर प्रशासन भी कमरों का किराया बढ़ाने की तैयारी कर चुका है। महेश्वर में 6 हजार का कमरा 9 हजार रुपए में बुक किया जा रहा है। यहां आपको बता दें कि प्रदेश के मुख्य टूरिस्ट स्थलों की हालत यह है कि 90 फीसदी होटल बुक हो चुके हैं। जो शेष हैं उनकी कीमतों में 20-40 फीसदी का इजाफा कर दिया गया है।
कोरोना के बाद पहली बार फिर बदली आबो-हवा
कोरोना महामारी के बाद यह पहला मौका है, जब प्रदेश के प्रमुख स्थलों के अलावा शहर के आसपास के टूरिस्ट स्पॉट पर भी टूरिस्ट की भीड़ उमड़ रही है। स्थिति यह है कि दिसंबर शुरू होने से पहले ही पर्यटन विभाग के सभी होटलों के कमरे बुक हो चुके हैं।
पहली बार बढ़ी इतनी कीमत
जानकारी के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है, जब विभाग के होटलों के किराए में इतनी ज्यादा बढ़त की गई है। पचमढ़ी स्थित होटल का कमरा कोरोना महामारी से पहले जहां एक बार 35 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से बुक हो चुका था। वही कमरा अब 50 हजार रुपए प्रतिदिन पर बुक हुआ है। वर्तमान में होटलों के कमरों की कीमत में 15 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। प्रदेश और खास तौर पर इंदौर के आसपास के टूरिस्ट स्पॉट्स पर आने वाले टूरिस्ट की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसका बड़ा कारण है कि मध्यप्रदेश में आवागमन पहले से बेहतर हुआ है और सुविधाओं में भी इजाफा हुआ है।
इसलिए बढ़ रहा टूरिस्ट का आंकड़ा
प्रदेश में इंदौर, उज्जैन, जबलपुर जैसे शहरों तक पहुंचने के लिए आवागमन के साधन सुलभ हो चले हैं। वर्तमान में इंदौर में 70 से अधिक विमान आ-जा रहे हैं। रेल और सड़क मार्ग से भी आवागमन की आसान और सुविधायुक्त उपलब्धता से भी टूरिस्ट की संख्या बढ़ी है। इसके साथ ही इंदौर, भोपाल, उज्जैन की साफ-सफाई व्यवस्था, यहां के ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतक स्थलों का विकास अब टूरिस्ट को खासा आकर्षित कर रहा है। इंदौर में जनवरी में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और इन्वेस्टर्स समिट का समय रहेगा। उस दौरान सामान्य पर्यटक यहां आने से बचेंगे। यही कारण है कि टूरिस्ट विंटर वेकेशन और नए साल में यहां आ रहे हैं।
लुभा रहे हैं महोत्सव भी
मप्र के मुख्य शहरों से लेकर आसपास के पर्यटन स्थलों पर 20 से 31 दिसंबर के बीच कई जगह महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। वर्तमान में खंडवा जिले के हनुवंतिया में जल महोत्सव जारी है। फिर मांडू में भी महोत्सव होने जा रहा है। इस दौरान कई होटल अपने स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं जो पर्यटकों को लुभा रहे हैं। ग्वालियर में तानसेन समारोह टूरिस्ट को बेहद आकर्षित करने वाला महोत्सव है। इस बार यह ग्वालियर शहर में ही नहीं बल्कि, पूरे ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में कई जगह साज और आवाज से टूरिस्ट को लुभाएगा।´
Published on:
08 Dec 2022 03:44 pm
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