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पॉलिसी में परिवर्तन की भेंट चढ़ी एम्स रोड

locationभोपालPublished: Mar 07, 2019 09:53:05 am

आशिमा मॉल से बाग मुगलिया, एम्स वाली सड़क पर स्ट्रीट लाइट नहीं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी नहीं…

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पॉलिसी में परिवर्तन की भेंट चढ़ी एम्स रोड

भोपाल. पब्लिक ट्रांसपोर्ट और स्ट्रीट लाइट के अभाव में राजधानी की तमाम सड़कों पर आवागमन मुश्किल होता है। होशंगाबाद रोड स्थित आशिमा मॉल से एम्स जाने वाली सड़क का भी यही हाल है। इस सड़क पर रोजाना सैकड़ों लोग आवागमन करते हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा न होने से लोगों को लिफ्ट लेकर या ऑटो से कई गुना किराया देकर जाना पड़ता है। इसके सिवा रात में स्ट्रीट लाइट न होने से इस मार्ग से गुजरना हादसे का कारण बन सकता है।
उल्लेखनीय है कि आशिमा मॉल से बाग सेवनिया, लहारपुर, जाटखेड़ी, कटारा हिल्स, बाग मुगलिया, एम्स जाने वाली सड़क करीब तीन किलोमीटर लंबी है। इस सड़क पर रोजाना सैकड़ों लोग आवागमन करते हैं। यह सड़क राजधानी परियोजना प्रशासन (सीपीए) द्वारा बनाई गई है। इस सड़क पर अभी तक स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई हैं, जिससे रात के समय आने-जाने में बहुत परेशानी होती है। लगभग एक महीने पूर्व केन्द्रीय विद्यालय के पास एक भीषण सड़क दुर्घटना हुई थी। बाग मुगलिया एक्सटेंशन के अध्यक्ष व समाजसेवी उमाशंकर तिवारी का कहना है कि रात को यह सड़क बीयर बार बन जाती है। शराब पीने वाले सड़क पर गाडिय़ां खड़ी कर खाते-पीते और हंगामा करते हैं। पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। आशिमा मॉल में आने वाले लोग भी सड़क पर गाडिय़ां खड़ी कर देते हैं, जिससे आवागमन में बहुत परेशानी होती है।
इस सड़क से जुड़ी लगभग सौ कॉलोनीज के मरीजों और आने-जाने वाले लोगों को बहुत परेशानी होती है। सीपीए ने यह सड़क करीब 12 वर्ष पहले बनाई थी और तब से अब तक स्ट्रीट लाइट के सिवा पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है। आशिमा मॉल से एम्स तक ऑटोरिक्शा वाला आमतौर पर 150 रुपए लेता है, जबकि इतनी दूरी के लिए अन्य स्थानों पर सिटी बस में 5-10 रुपए ही लगते हैं। दिन में अकसर लोगों को लिफ्ट मांगते देखा जा सकता है। मजबूरी में महिलाएं और स्टूडेंट्स को भी अन्य लोगों से लिफ्ट लेनी पड़ती है, जो परेशानी का कारण बन सकती है।

इस रूट के बारे में पता करवाता हूं कि कितने लोगों का आवागमन है, उसके बाद ही किसी बस रूट को बढ़ाया जा सकता है या नया शुरू किया जा सकता है।
– केवल मिश्रा, डायरेक्टर, बीसीएलएल
पहले इस रोड के लिए स्ट्रीट लाइट का प्रस्ताव सीपीए ने बनाया था, लेकिन फिर यह निर्णय हुआ कि स्ट्रीट लाइट का काम नगर निगम करेगा। अब नए सिरे से प्रस्ताव तैयार करना पड़ेगा।
– जवाहर सिंह, अधीक्षण यंत्री, सीपीए
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