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नॉन स्टॉप ड्यूटी: दिवाली पर दो दिनों तक मिलेगी पूरी बिजली!

बिजली कंपनी ने शहरभर में 100 स्थायी केंद्रों के अलावा 100 अस्थायी केंद्र बनाकर यहां करीब 500 कर्मचारियों को नियुक्त किया है।

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diwali lighting

भोपाल। आपकी दिवाली रोशन रहे इसलिए बिजली कंपनी के कर्मचारी मंगलवार शाम चार बजे से नॉन स्टॉप ड्यूटी करते हुए दिवाली के अगले दिन तक ये काम पर रहेंगे। जिसके कारण यह अपने घर लक्ष्मी पूजन तक नहीं कर सकेंगे।

कंपनी ने शहरभर में 100 स्थायी केंद्रों के अलावा 100 अस्थायी केंद्र भी बनाए हैं। यहां कर्मचारियों को नियुक्त किया है। जैसे ही बिजली गुल की स्थिति बनेगी, रियल टाइम में ये कर्मचारी मौके पर पहुंचकर लाइन दुरुस्त करेंगे। इसके लिए करीब 500 कर्मचारियों की नॉन स्टॉप ड्यूटी लगाई गई है।

इस बार शहर में रोशनी कुछ ज्यादा है। धनतेरस के दिन पिछले साल पीक लोड 277 मेगावाट पर पहुंचा था, जो इस बार मंगलवार शाम 7.30 बजे से 303 मेगावाट के आंकड़े को छू गया। सामान्य दिनों में बिजली की मांग 225 मेगावाट तक रहती है। यानि सामान्य से ये करीब 78 मेगावाट अधिक है।

इस बार बिजली की मांग बढ़ी है। हमने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को मैदान में काम पर लगा दिया है। किसी तरह की बिजली आपूर्ति बाधा की स्थिति नहीं है।
- बीके सिन्हा, एसई सिटी सर्कल भोपाल

इधर, दिवाली के पहले व बाद दफ्तर में रहेंगे सीए, एडवोकेट :-
दिवाली के एक दिन पहले यानी 18 अक्टूबर को टैक्स कंसल्टेंट, एडवोकेट को अपने कार्यालय में ही त्योहार मनाना पड़ेगा। इस दिन कम्पोजिशन डीलर की रिटर्न जमा करने की आखिरी तारीख है। सीए का कहना है कि लगातार तारीखें लगने से काम का बोझ बढ़ा है। साथ ही व्यापार जगत को भी परेशानी हो रही है।
जानकारों का कहना है कि जीएसटी रिटर्न एवं कानून लागू होने के चार माह बाद भी स्थिति में सुधार नहीं आया है। तय तारीखों में रिटर्न फाइल करने में कारोबारी खुद को असमर्थ पा रहे हैं। कम्पोजिशन की सुविधा छोटे व्यापारियों को दी गई है। पहले इसकी सीमा 50 लाख थी, बाद में बढ़ाकर 75 लाख और उसके बाद जीएसटी काउंसिल ने बदलाव करके इस सीमा को एक करोड़ कर दिया गया। इसके तहत व्यापारी को एक प्रतिशत, मैन्यूफैक्चर्स को दो प्रतिशत एवं रेस्टोरेंट संचालक को पांच प्रतिशत की दर से कर का भुगतान करना होता है।

जीएसटीआर-3बी की तारीख नहीं बढ़ेगी :
जीएसटीआर-3बी दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है। सरकार इसे आगे नहीं बढ़ाएगी। केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि सितंबर का जीएसटीआर-3बी दाखिल करने की समय-सीमा बढ़ाई नहीं जाएगी। दिवाली व्यापार जगत में नववर्ष की शुरुआत माना जाता है।

जीएसटी कानून में ऐसी तारीखें पड़ रही हैं, जिससे त्योहारी दिनों में व्यस्त रहना पड़ रहा है। व्यापार जगत का काम भी समय पर नहीं हो पा रहा। सरकार को चाहिए कि त्योहारी दिनों को छोड़कर रिटर्न दाखिल करने की तिथि नियत करना चाहिए।
- राजेश जैन, उपाध्यक्ष, टैक्स लॉ बार एसोसिएशन, भोपाल

धनतेरस पर 150 करोड़ रुपए का कारोबार, एटीएम भी हुए खाली :-
धनतेरस पर शहर के सभी होलसेल एवं रिटेल बाजारों में भीड़ होने से पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। सबसे ज्यादा मांग सजावटी सामान, बर्तन, जेवर, मिठाई और वाहनों की रही। बैंकों के एटीएम में नकदी का संकट भी बना रहा। सभी सेक्टर में लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।
राजधानी में बैंकों के एटीएम ने मंगलवार को ग्राहकों का साथ छोड़ दिया। अधिकांश मशीनों पर 'नो कैश' के बोर्ड लग गए। जो मशीनें चल रही थी, उनमें जरूरत के मुताबिक पैसा नहीं निकल रहा था। बड़े नोटों (2000) का संकट दिखाई दिया। एटीएम से 100 और 500 के नोट ही निकल रहे थे। बैंकों ने दावा किया कि किसी भी एटीएम में करेंसी की शार्टेज नहीं रही। सभी जगह पैसे निकल रहे।

सराफा हुआ गुलजार :
धनतेरस पर सराफा बाजार में चांदी के सिक्कों के अलावा लक्ष्मी पूजन के लिए लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां और चेन, अंगूठी, टॉप्स, टीका, चूड़ी, चांदी की पायल, बिछोड़ी सहित उपहार में देने वाले फैंसी आर्टिकल की मांग ज्यादा रही। कारोबारियों ने बताया कि 50 से 2 लाख रुपए तक की छूट मिलने से बड़ी संख्या में ग्राहक बाजारों में निकले।

बर्तन बाजार :
बर्तन की दुकानों पर सुबह से ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई, जो देर रात तक जारी रही। कारोबारियों ने बताया कि इस बार बर्तनों में नई डिजाइन के स्वास्थ्य को ध्यान में रखने वाले बर्तनों की ज्यादा मांग रही। उपहार में देने वाले बर्तन ज्यादा डिमांड में रहे।

वाहन कारोबार :
वाहनों की जबर्दस्त मांग रही। जिन लोगों ने पहले से बुकिंग की थी, उन्होंने वाहन उठाए। इसके अलावा कई लोगों ने मंगलवार को वाहन फाइनेंस करवाए। इस बार टूव्हीलर में स्टाइलिश मॉडल की मांग ज्यादा रही। इसी प्रकार कार बाजार में कम र्इंधन खर्च और ज्यादा फीचर्स वाली कारों की मांग रही।

265 रजिस्ट्री हुईं :
धनतेरस के दिन राजधानी में 265 रजिस्ट्रियां ही हुई हैं। ये धनतेरस के दिन होने वाली रजिस्ट्री का कम आंकड़ा है। सब रजिस्ट्रारों के पूरे स्लॉट तक बुक नहीं हो सके। इंदौर में 419 रजिस्ट्रियां हुई। पिछले वर्ष यह आंकड़ा दोगुना था, नोटबंदी व जीएसटी की मार से रियल एस्टेट की स्थिति ठीक नहीं रही। जबलपुर में 190, ग्वालियर में 106 और सतना में 103 रजिस्ट्री हुई हैं।

सीएम ने की खरीदारी :
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धनतेरस पर सपरिवार खरीदारी की। वे धर्मपत्नी साधना सिंह और पुत्र कार्तिकेय के साथ न्यू मार्केट पहुंचे। उन्होंने चांदी का सिक्का, लक्ष्मी और गणेश मूर्ति, कांसे की परात और तांबे का जग खरीदा। उन्होंने कैशलेस भुगतान किया।