राजधानी भोपाल में भी संचालित दो मॉडल स्कूलों में से एक में अभी तक 50 प्रतिशत तो दूसरे में 30 प्रतिशत सीटें खाली हैं। मॉडल स्कूल में कक्षा नवीं से प्रवेश दिए जाते हैं। प्रत्येक मॉडल स्कूल में 100 सीटें हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है जिसमें इन स्कू लों में रिक्त पड़ी सीटों को भरने के लिए सरकारी स्कूलों से ए प्लस व ए ग्रेड में पास आठवीं के विद्यार्थियों को सीधे प्रवेश देने के लिए कहा गया है। इसके लिए स्कूल प्राचार्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उल्लेखनीय है कि मॉडल स्कूल में प्रवेश के लिए व्यापमं के माध्यम से प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा में इतने भी विद्यार्थी उत्तीर्ण नहीं हो सके कि इनकी सीटें भर सकें।