सड़क हादसे या अन्य दुर्घटनाओं के घायल को त्वरित उपचार देने के मामले में अब एंबुलेंस 108 के कॉल सेंटर कर्मचारी गुमराह नहीं कर सकेंगे। घायलों को शुरुआती इलाज देने भेजी गई एंबुलेंस की लाइव लोकेशन अब सूचना देने वाले के मोबाइल स्क्रीन पर दिखाई दे सकेगी। इसके लिए उस व्यक्ति के स्मार्ट फोन पर एंबुलेंस 108 के कॉल सेंटर से लाइव लोकेशन लिंक भेजी जाएगी। जिकित्जा हेल्थ केयर ने इसके लिए विशेष सॉफ्टवेयर लॉंच किया है।
जानकारी के मुताबिक जिकित्जा हेल्थ केयर के पास अक्सर ऐसी शिकायतें मिलती रहती हैं कि कॉल करने के बावजूद भी एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाती। ऐसी घटनाएं ना हो इसके लिए कंपनी ने यह नई व्यवस्था शुरू की है।
रहेगी जीपीएस लिंक कंपनी के प्रोजेक्ट हेड जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि लिंक में मरीज को भेजी गई एंबुलेंस का नंबर और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन की जानकारी के साथ जीपीएस लोकेशन की लिंक रहेगी। इस पर क्लिक कर मरीज और उसके परिजन एंबुलेंस की लाइव लोकेशन देख सकेंगे।
हर मामले को पोर्टल पर करना होगा अपलोड 108 के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन द्वारा सरकारी अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीज को दिए गए इलाज का ब्यौरा एंबुलेंस पोर्टल पर अपडेट करना पड़ेगा। ताकि मरीज और उसे दिए गए इलाज की सही जानकारी मिल सके। जितेंद्र शर्मा ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत एम्बुलेंस कर्मचारियों को एक फ ॉर्म भरना होगा, जिसमें मरीज की स्थिति, अस्पताल ले जाते समय दिए गए इलाज की जानकारी रहेगी। एंबुलेंस ईएमटी यह फ ॉर्म अस्पताल में डॉक्टर के पास जमा करेंगे।