
भोपाल. मध्यप्रदेश में पुरानी पेंशन योजना का मुद्दा गरमा गया है, जहां शिक्षक से लेकर अन्य कर्मचारी तक पुरानी पेंशन लागू करने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं। वहीं अब कांग्रेस ने भी पुरानी पेंशन योजना को लेकर बड़ा घोषणा कर दी है, जिसके तहत खुद कमलनाथ का कहना है कि हमारी सरकार बनते ही पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी जाएगी। चूंकि दो प्रदेशों में पुरानी पेंशन योजना लागू हो गई है, इसलिए हर किसी को सरकार से काफी उम्मीदें हैं, लेकिन अभी तक वर्तमान सरकार ने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है।
आपको बतादें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुरानी पेंशन योजना का मुद्दा उठा लिया है, उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर साफ कर दिया है कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है, तो तुरंत ही पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी जाएगी।
विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा
आपको बतादें कि अगले साल विधानसभा चुनाव आ रहे हैं, जिसकी तैयारियां अभी से शुरू हो चुकी है, ऐसे में पूर्व सीएम ने चुनाव से पहले ये बड़ी घोषणा की है, चूंकि कर्मचारी लंबे समय से पुरानी पेंशन की मांग कर रहे हैं, ऐसे में सही समय पर पूर्व सीएम ने दांव खेला है, सोशल मीडिया पर उनका ट्वीट वायरल होने से बुधवार को कर्मचारियों में चर्चा चल पड़ी है। कर्मचारियों में पूर्व सीएम के इस ट्वीट के बाद खुशी नजर आ रही है।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हो गई लागू
जानकारी के अनुसार हमारे पड़ोसी राज्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार ने पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी है, ऐसे में मध्यप्रदेश के अधिकारियों कर्मचारियों की भी मांग है कि उन्हें भी इस पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए, ताकि बुढ़ापे में उनकी आजीविका चलती रहे।
2 अक्टूबर को होगा प्रदेशव्यापी आंदोलन
पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए प्रदेश में २ अक्टूबर को लाखों कर्मचारियों द्वारा एक साथ आंदोलन किया जाएगा, उनके इस आंदोलन से पहले ही पूर्व सीएम कमलनाथ ने घोषणा कर दी है कि अगर उनकी कांग्रेस सरकार बनती है, तो तुरंत पेंशन बहाल कर दी जाएगी। पुरानी पेंशन को लेकर पिछले छह माह से कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। अब गांधी जयंती 2 अक्टूबर को एक बड़ा आंदोलन करने वाले हैं, इस दिन मध्यप्रदेश के सभी अधिकारी-कर्मचारी सभी जिलों में एक साथ एक समय पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे दोपहर 12 से 2 बजे के बीच उपवास करेंगे।
ऐसी है पुरानी पेंशन स्कीम
केंद्र सरकार के फैसले के बाद कई राज्यों ने 2005 में कर्मचारियों की पेंशन योजना को एक प्रकार से बंद करते हुए नए स्वरूप में लागू किया था। इससे उनकी पेंशन काफी कम हो गई थी। कर्मचारी वर्ग समय-समय पर दोबारा से पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग करते रहे हैं।
नई स्कीम से कर्मचारियों को नुकसान
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमा शंकर तिवारी इस बारे में कहते हैं कि पुरानी पेंशन योजना ही कर्मचारियों के लिए अच्छी है। नई स्कीम से जीवन यापन भी संभव नहीं होगा। क्योंकि सेवानिवृत्ति के बाद ही कर्मचारियों बीमारी की गिरफ्त में भी आ जाते हैं, ऐसे में पुरानी पेंशन स्कीम ही सभी सरकारी कर्मचारियों को राहत देंगी।
Updated on:
21 Sept 2022 11:58 am
Published on:
21 Sept 2022 10:57 am
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