
भोपाल/ पचमढ़ी स्थित आर्मी एजुकेशन सेंटर (एईसी) में आर्मी अफसर बनकर दो इंसास रायफल लेकर भागने वाले दोनों आरोपियों को मप्र एटीएस, होशंगाबाद पुलिस ने पंजाब एटीएस व स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को पंजाब के जालंधर जिले के रामगढ़ एरिया से गिरफ्तार किया गया है। हरप्रीत नामक मुख्य आरोपी आर्मी का ही जवान है और पंजाब में सिख रेजीमेंट में पदस्थ है। लेकिन पिछले दो महीने से अनाधिकृत रुप से आर्मी से गायब था।
वहीं, एटीएस-पुलिस ने जगतार सिंह ऊर्फ जग्गा को टांडा से गिरफ्तार किया। हरप्रीत के एक अन्य साथी काके नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है। जग्गा और काके दोनों सिविलियन है और हरप्रीत के दोस्त है। जग्गा और हरप्रीत दोनों आर्मी अफसर बनकर पचमढ़ी एईसी पहुंचे थे। एटीएस-पुलिस ने सबसे पहले जग्गा को गिरफ्तार किया, उससे पूछताछ के बाद हरप्रीत और काके को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद तीन घंटे की पूछताछ के बाद हरप्रीत ने इंसास रायफल के छिपाए रखने के बारे में जानकारी दी।
हथियारों को पास के ही पोल्ट्री फॉर्म में छिपा रखा था। जांच एजेंसियों को अब तक की पूछताछ में जानकारी मिली है कि हरप्रीत का पाकिस्तान कनेक्शन है और वह हनी ट्रैप से भी जुड़ा है। उसकी बातचीत एक पाकिस्तानी लडक़ी से भी हो रही थी। फेसबुक के जरिए वह चेटिंग करता था। लेकिन जांच एजेंसियां अपने-अपने एंगल से इसकी छानबीन कर रहे हैं।
गिरफ्तारी के तीन घंटे बाद बताया रायफलों के बारे में, पोल्ट्री फॉर्म में छिपा रखे थे हथियार व कारतूस
पचमढ़ी स्थित आर्मी एजुकेशन सेंटर (एईसी) में आर्मी अफसर बनकर दो इंसास रायफल लेकर भागने वाला हरप्रीत पचमढ़ी के एईसी में 11 महीने की ट्रेनिंग के लिए आया था। इस दौरान भी उसके विदेशी संस्थाओं, पाकिस्तानी प्रेमिका के संपर्क में होना बताया जा रहा है। वह प्रेमिका से लगाता चेटिंग करता था। उसे सिख आतंकवाद का समर्थक भी बताया जा रहा है। पचमढ़ी में ट्रेनिंग के दौरान ही उसने यहां से पंजाब तक के मार्ग व रेलवे स्टेशन आदि का अध्ययन कर लिया था।
उसने ट्रेनिंग के दौरान ही इस बात की पुख्ता जानकारी एकत्र कर ली थी कि कहां कैमरे लगे हैं और कहां नहीं, किस स्टेशन पर चढऩे उतरने से वह कैमरों में आएगा और कहां नहीं। इसलिए उसने योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया। जिस टैक्सी से वे एईसी पहुंचे थे, उसके ड्राइवर से लंबी पूछताछ के बाद उसने बताया कि आरोपियों ने पिपरिया में दो बार एटीएम का उपयोग किया था।
इससे पुलिस ने बैंकों से डिटेल निकाली तो होशियारपुर का पता सामने आया। फोन की लोकेशन निकालने के बाद इसे एईसी के रिकॉर्ड से मिलाया तो आरोपी के सबूत मिल गए। एटीएस-पुलिस ने सोमवार सुबह पंजाब में छापा मार दिया। लेकिन हरप्रीत के घर पर ताला लगा मिला। इसके बाद लगातार सर्च की। आधी रात को जग्गा पकड़ में आया। इसके बाद हरप्रीत तक पुलिस-एटीएस पहुंची। टांडा से जग्गा को गिरफ्तार करने के बाद हरप्रीत को गिरफ्तार किया। तीन घंटे की पूछताछ के बाद उसने हथियारों के बारे में
एटीएस-पुलिस को जानकारी दी। दोनों रायफल और कारतूस उसने एक पोल्ट्री फॉर्म में छिपा रखी थी, जिन्हें सुरक्षित बरामद कर लिया गया है।
देशभर की खुफिया एजेंसियां जुटी जांच में
हरप्रीत से पूछताछ के लिए देशभर की खुफिया एजेंसियां जांच में जुट गई हैं। पाकिस्तानी, आतंकवादी और हनी ट्रैप की सूचनाओं के बाद आर्मी इंटलीजेंस से लेकर पंजाब, मप्र, दिल्ली, व गृह मंत्रालय की एजेंसियां सक्रिय हो गई। सारी एजेंसियां अपने-अपने एंगल से हरप्रीत और उसके दो अन्य साथियों और पाकिस्तानी प्रेमिका के बारे में जानकारी जुटा रही हैं। सारी एजेंसियां अलग-अलग मॉड्यूल पर जांच कर रही है। इंटलीजेंस व एटीएस की अब तक की पूछताछ में आशंका जाहिर की गई है कि विदेशी संस्थाओं द्वारा संचालित (आतंकवाद) के मॉड्यूल, कबूतरबाजी के मॉड्यूल, नारकोटिक्स के मॉड्यूल, सिख आतंकवाद के मॉड्यूल पर पूछताछ हो रही है।
एटीएस-होशंगाबाद पुलिस ने पंजाब पुलिस की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को इन्हें ट्रांजिट रिमांड पर होशंगाबाद लाया जाएगा। विदेशी संस्थाओं द्वारा संचालित मॉड्यल पर हरप्रीत पर काम करने की आशंका है। पूछताछ की जा रही है, उसने ऐसा क्यों किया इस बारे में पूछताछ के बाद ही क्लीयर होगा।
मनोज शर्मा, डीआईजी, काउंटर इंटलीजेंस
Updated on:
11 Dec 2019 10:13 am
Published on:
11 Dec 2019 10:12 am
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