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फ्री का जाल फेंकते हैं जालसाज, कर्मचारी बोले- अब हमें कोई नहीं ठग सकता

patrika raksha kavach: साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ पत्रिका की ओर से चलाए जा रहे पत्रिका रक्षा कवच अभियान में साइबर एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी ने यह जानकारी कर्मचारी वर्ग को दी।

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भोपाल

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Manish Geete

Dec 06, 2024

patrika raksha kavach

patrika raksha kavach: साइबर जालसाजों से सुरक्षित रहने के लिए जरूरी है कि आप फ्री के लालच में न आए। ये जालसाज फ्री का जाल फेकते हैं। आपके मोबाइल पर कई ङ्क्षलक, मैसेज इस तरह आते हैं जिसमें कुछ न कुछ मुफ्त मिलने, लॉटरी लगने जैसे मैसेज दिए जाते हैं और उसे क्लिक करते ही आप इस धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा फोन, वीडियो कॉल के जरिए भी कई जालसाज ठगी करते हैं। ऐसे में सर्तकता और सुरक्षा से ही हम इससे लड़ सकते हैं। साइबर क्राइम से बचने के लिए डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता देना जरूरी है।

साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ पत्रिका की ओर से चलाए जा रहे पत्रिका रक्षा कवच अभियान में साइबर एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी ने यह जानकारी कर्मचारी वर्ग को दी।

कर्मचारी भवन में पत्रिका की ओर से साइबर क्राइम को लेकर आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने भाग लिया। लोगों ने अपने अनुभव शेयर किए और साइबर ठगी से बचाव को लेकर एक्सपर्ट से मार्गदर्शन लिया।

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यह रहे मौजूद

कर्मचारी भवन में साइबर सुरक्षा को लेकर आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में अनेक कर्मचारियों और मौजूद लोगों ने अपने विचार रखे। इस मौके पर रमेश राठौर, प्रमोद उपाध्याय, दुर्गाप्रसाद शर्मा, एलएन कैलासिया, दिनकरराव निंबाड़कर, पंकज संगत, मांगीलाल तमोली, जगदीश यादव, रामस्वरूप यादव, मुकेश यादव, फूल सिंह वर्मा, कैलाश चंद्रवंशी, रामसिंह सेन, दुर्गाप्रसाद गौतम, रोहित मंडलोई, शुभम द्विवेदी, विनित अग्रवाल सहित अनेक लोग मौजूद थे।

ऐसे कर सकते हैं साइबर ठगी से बचाव

0-मजबूत पासवर्ड बनाएं, हमेशा 12 से 16 कैरेक्टर का पासवर्ड रखें इसमें अपर और लोअर केस, नंबर और विशेष चिन्ह का उपयोग करें

0-हर अकाउंट के लिए अलग पासवर्ड बनाएं
0-पासवर्ड को समयसमय पर बदलते रहें।
0-टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें
0-फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर (2FA) को एक्टिवेट करें
0-प्राइवेसी सेटिंग्स का इस्तेमाल करें
0-अपने प्रोफाइल की जानकारी सीमित करे
0-संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
0-पब्लिक वाई फाई से बचें
0-ऑनलाइन बैंकिंग या पासवर्ड डालने वाले काम पब्लिक वाईफाई पर न करें
0-संदिग्ध ईमेल और मैसेज से सावधान रहें
0-अनजान ईमेल या मैसेज लिंक पर क्लिक न करें

साइबर ठगी होने पर यह करे

साइबर एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी ने बताया कि अगर साइबर ठगी का शिकार होते हैं तो इस घटना से तत्काल अपने बैंक के कस्टमर केयर पर सूचना दे और बैंक से ट्रांजक्शन ब्लाक करने या रिवर्स करने की रिक्वेस्ट करे। इसके साथ ही साइबर क्राइम में रिपोर्ट करे और 1930 पर काल करे, यह नेशनल हेल्पलाइन नंबर है।

साइबर ठगी बोले कर्मचारी

मेरे पास बेटे की नौकरी के संबंध में वीडियो काल आया, जिसमें एक व्यक्ति किसी उच्च अधिकारी की तरह चेंबर में बैठकर इंटरव्यू ले रहा था, मैं उसी समय समझ गया।
-एमपी द्विवेदी

समाज के लिए साइबर ठगी आज सबसे बड़ी समस्या है, जिसका कई लोग शिकार हो रहे है, आए दिन इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। पत्रिका द्वारा शुरू की गई यह मुहिम सराहनीय है।
-महेंद्र शर्मा

साइबर क्राइम को सुरक्षा से ही रोका जा सकता है। अभी कुछ महीनों पहले मेरे बेटे के पास फोन आया था कि आपका बेटा किसी फ्राड में फंस गया है। इस तरह के पैतरे से ठगते हैं।
-निहाल सिंह

मैं पत्रिका का नियमित पाठक हूं और साइबर क्राइम को लेकर जिस तरह मुहिम के जरिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है, उससे लोगों में लगातार जागरुकता बढ़ रही है।
-गौरीशंकर मालवीय

साइबर क्राइम को लेकर जागरुकता जरूरी है। एक माह पहले एक फोन आया था, जिसमें कहा कि आपकी बेटी ने फ्राड किया है, उन्होंने फोन पर किसी बच्ची की आवाज भी सुनाई।
-सुधीर भार्गव

सायबर क्राइम से हम सुरक्षा से ही लड़ सकते हैं। आए दिन कई घटनाएं सुनने को मिलती है। ऐसे में जरूरी है कि सुरक्षित रहे, इस अभियान माध्यम से हम लोगों को भी जागरुक करेंगे।
-एलएन कैलासिया