‘साइबर फ्रॉड के बाद 30 मिनट में पुलिस को बता दिया तो रिकवरी संभव, यही आपका गोल्डन चांस है’
यह रहे मौजूद
कर्मचारी भवन में साइबर सुरक्षा को लेकर आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में अनेक कर्मचारियों और मौजूद लोगों ने अपने विचार रखे। इस मौके पर रमेश राठौर, प्रमोद उपाध्याय, दुर्गाप्रसाद शर्मा, एलएन कैलासिया, दिनकरराव निंबाड़कर, पंकज संगत, मांगीलाल तमोली, जगदीश यादव, रामस्वरूप यादव, मुकेश यादव, फूल सिंह वर्मा, कैलाश चंद्रवंशी, रामसिंह सेन, दुर्गाप्रसाद गौतम, रोहित मंडलोई, शुभम द्विवेदी, विनित अग्रवाल सहित अनेक लोग मौजूद थे।ऐसे कर सकते हैं साइबर ठगी से बचाव
0-मजबूत पासवर्ड बनाएं, हमेशा 12 से 16 कैरेक्टर का पासवर्ड रखें इसमें अपर और लोअर केस, नंबर और विशेष चिन्ह का उपयोग करें 0-हर अकाउंट के लिए अलग पासवर्ड बनाएं0-पासवर्ड को समयसमय पर बदलते रहें।
0-टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें
0-फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर (2FA) को एक्टिवेट करें
0-प्राइवेसी सेटिंग्स का इस्तेमाल करें
0-अपने प्रोफाइल की जानकारी सीमित करे
0-संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
0-पब्लिक वाई फाई से बचें
0-ऑनलाइन बैंकिंग या पासवर्ड डालने वाले काम पब्लिक वाईफाई पर न करें
0-संदिग्ध ईमेल और मैसेज से सावधान रहें
0-अनजान ईमेल या मैसेज लिंक पर क्लिक न करें
साइबर ठगी होने पर यह करे
साइबर एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी ने बताया कि अगर साइबर ठगी का शिकार होते हैं तो इस घटना से तत्काल अपने बैंक के कस्टमर केयर पर सूचना दे और बैंक से ट्रांजक्शन ब्लाक करने या रिवर्स करने की रिक्वेस्ट करे। इसके साथ ही साइबर क्राइम में रिपोर्ट करे और 1930 पर काल करे, यह नेशनल हेल्पलाइन नंबर है।साइबर ठगी बोले कर्मचारी
मेरे पास बेटे की नौकरी के संबंध में वीडियो काल आया, जिसमें एक व्यक्ति किसी उच्च अधिकारी की तरह चेंबर में बैठकर इंटरव्यू ले रहा था, मैं उसी समय समझ गया।-एमपी द्विवेदी
-महेंद्र शर्मा
-निहाल सिंह
-गौरीशंकर मालवीय साइबर क्राइम को लेकर जागरुकता जरूरी है। एक माह पहले एक फोन आया था, जिसमें कहा कि आपकी बेटी ने फ्राड किया है, उन्होंने फोन पर किसी बच्ची की आवाज भी सुनाई।
-सुधीर भार्गव
-एलएन कैलासिया