
मौसम के संक्रमण काल में शहर के अस्पतालों में बुखार, खांसी और वायरल के मरीजों की भरमार है। एहतियात बरतने और समय से दवाएं लेने के बाद बुखार हफ्ते भर में ठीक हो रहा है। लेकिन इसका असर महीने भर तक दिख रहा है। कई मरीजों की शिकायत है कि वायरल ठीक होने के बाद उन्हें रात में नींद नहीं आती। जोड़ों में दर्द और खांसी की भी शिकायत कुछ मरीजों ने की है।
स्टेरॉयड और दर्द निवारक दवाइयों के सेवन से बचें। दर्द की दवाओं के सेवन से बीमारी बढ़ सकती है। इसकी जगह फलों का सेवन अधिक मात्रा में करें। साथ ही एंटीवायरल और एंटीबायोटिक के सेवन से भी बचें। इसकी जगह उचित आहार करें और शरीर को आराम दें।
डॉक्टर शेवर खान, एमडी, मेडिसिन ने बताया कि वायरल के ठीक होने के एक महीने तक मरीजों में दर्द और कमजोरी हो सकती है। वायरल से तुरंत ठीक हुए मरीजों को संक्रमण का खतरा भी ज्यादा होता है। इसीलिए मास्क पहनें और स्वच्छता बनाए रखें।
वायरल बुखार ठीक होने के बाद भी कई लोगों में जुखाम, शरीर में दर्द, थकान, हाथ पैर में सूजन, अंदरूनी बुखार, उल्टी, चेहरा लाल पडऩा, कमजोरी और नींद न आने जैसे लक्षण हो सकते हैं।
घर पर पोस्ट वायरल सिंड्रोम पर ध्यान देना आसान है। ऐसे समय पानी का ज्यादा सेवन करें, जूस पीए, लाल फल खाएं, लाइकोपीन से युक्त फल और सब्जी खाएं, शरीर को अधिक से अधिक आराम दें, ज्यादा भारी सामान न उठाएं।
Published on:
21 Oct 2024 01:43 pm
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