लाड़ली बहना योजना का लाभ दिलाने के लिए राज्य सरकार की प्रशासनिक कार्यवाही लगातार जारी है। योजना में लाड़ली बहनों को सरकार की ओर से हर माह एक हजार रुपए मिलेंगे। सरकार ने इस योजना के अंतर्गत 5 साल में 60 हजार करोड़ रुपए खर्च करने की बात कही है। योजना में महिलाओं के खातों में 10 जून से हर माह एक हजार रुपए डाले जाने हैं।
एमपी में इस योजना के लिए 1.25 करोड़ महिलाओं ने आवेदन किया है। इन में करीब 1.12 करोड़ के बैंक खातों की ओके रिपोर्ट भी आ गई है लेकिन शेष 12 लाख से ज्यादा महिलाओं के बैंक खातों की ओके रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है। बैंक खातों की ओके रिपोर्ट नहीं मिलने से इन 12 लाख से ज्यादा महिलाओं को योजना का लाभ मिलने में अड़ंगा लग रहा है। हालांकि सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इन महिलाओं के बैंक खातों की ओके रिपोर्ट की प्रक्रिया चल रही है।
दरअसल आवेदन करने वाली महिलाओं के बैंक खातों की गहराई से जांच की जा रही है। ऐसे एक करोड़ 12 लाख 57 हजार 65 बहनों के खातों को डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) इनेबल किए जा चुके हैं। यानी खाते में एक रुपए डालकर देखा गया, रिपोर्ट ओके आई है। शेष डीबीटी का कार्य 30 मई तक हो जाएगा। योजना में पंजीयन कराने के अंतिम दिन तक एक करोड़ 25 लाख 33 हजार 145 बहनों ने पंजीयन करवाया था।
टॉप टेन जिले
इंदौर 3,91,443
सागर 3,62,903
रीवा 3,61,265
छिंदवाड़ा 3,54,686
जबलपुर 3,48,695
धार 3,32,307
बालाघाट 3,29,440
सतना 3,23,483
उज्जैन 3,02,117
मुरैना 2,92,179
(योजना के तहत डीबीटी इनेबल जिले)