
coronavirus testing : मरीज के संपर्क में आए बिना डॉक्टर कर सकेंगे जांच, ऐसा है 'चरक'
भोपाल. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए निशातपुरा स्थित रेल कोच फैक्ट्री (सवारी डिब्बा पुनर्निर्माण कारखाना) के इंजीनियर्स ने आइसोलेशन केबिन तैयार किए हैं। जिसमें डॉक्टर्स बिना मरीज के संपर्क में आए उसकी जांच व इलाज कर सकेंगे। इंजीनियर्स ने नए मॉडयूलर टॉयलेट को आकार देकर यह आइसोलेशन केबिन तैयार किए हैं। मंगलवार को नगर निगम आयुक्त के निर्देश पर निगम की एक टीम ने कोरोना संक्रमण के लिए रेल कोच फैक्ट्री भोपाल द्वारा बनाए गए संक्रमण रहित चिकित्सक कक्ष 'चरक' का निरीक्षण किया। टीम का नेतृत्व निगम उपायुक्त हर्षित तिवारी ने किया। इसके अलावा नगर निगम की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शाजिया खान, शहरी विकास मध्यप्रदेश के संयुक्त संचालक एसके पांडे, मध्य प्रदेश वित्त विभाग के संयुक्त संचालक वरुण बड़ेरिया भी शामिल रहे। टीम के सदस्यों ने इस चिकित्सा बूथ को शहरी क्षेत्र के साथ प्रदेश के सुदूर अंचलों व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी उपयोगी बताया। नगर निगम भोपाल ने कोच फैक्ट्री को तात्कालिक आवश्यकता के लिए इस तरह के 10 चिकित्सा बूथ तैयार करने को कहा है।
इस बूथ से संक्रमण की संभावना पूर्णत: खत्म
कोच फैक्ट्री के चीफ वक्र्स मैनेजर मनीष अग्रवाल ने बताया कि केबिन को इस तरह से डिजाइन किया गया है जिससे डॉक्टर और कोरोना संक्रमित मरीज के बीच शारीरिक सम्पर्क की संभावना को खत्म किया गया है। इस केबिन में एक कांच का ग्लास डॉक्टर व कोरोना संक्रमित मरीज के बीच लगाया है। केबिन में परीक्षण के लिए दो छेद भी बनाए गए हैं। जिसमें लगे मेडिकल हैंड ग्लब्स की सहायता से मरीज़ का परीक्षण किया जा सकेगा।
Published on:
08 Apr 2020 01:41 am
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