31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रेप के बाद जागा रेलवे: तोडऩे की बजाय बंद करा रहा रास्ते

अपराधियों और नशेडि़यों का ठिकाना बन चुके स्टेशन पर खड़े खंडहर भवनों पर शुरू हुई कार्रवाई।

2 min read
Google source verification
railway in action

भोपाल। राजधानी के भोपाल रेलवे स्टेशन पर 12 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद रेलवे प्रशसन की नींद टूटी है। भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 06 की कार पार्र्किंग की तरफ 20 साल से खंडहर पड़ी दो मंजिला बिल्डिंग को बंद कराने का काम शुक्रवार से शुरू किया गया। रेलवे बिल्डिंग के अंदर और ऊपरी मंजिल पर जाने के लिए जितने भी रास्ते थे, रेलवे ने शुक्रवार को बंद करा दिया।
ऊपरी मंजिल पर जाने के लिए लगी हुई लोहे की सीढि़यों को भी काट दिया गया।

दरअसल यह रेलवे की आठ दशक से भी पुरानी बिल्डिंग है। पूर्व में इसकी ऊपरी मंजिल पर स्टेशन पर वाटर सप्लाई के लिए टंकी बनी हुई थी जबकि निचले हिस्से पर लोकोफोर मैन का ऑफिस संचालित होता था। लगभग 20 वर्ष पूर्व रेलवे ने इसे खंडहर घोषित कर खाली कर दिया था। इसके बाद से बिल्डिंग अपराधियों और नशेडि़यों का ठिकाना बन गई।

आरपीएफ ने तोडऩे के लिए लिखा, रेलवे ने केवल बंद कराए गेट
भोपाल रेलवे स्टेशन पर स्थित आरपीएफ थाने के इंस्पेक्टर निहाल सिंह ने इस बिल्डिंग सहित यहां पर पुरानी खंडहर पड़ी अन्य बिल्डिंग्स को तोडऩे के लिए डीआरएम और रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग को पत्र लिखा है, लेकिन इन अनुपयोगी भवनों को तोडऩे के बजाय रेलव ने केवल इनमें प्रवेश के रास्तों को ही बंद कराने का काम शुरू किया है, जिससे फिर से इन बिल्डिंग्स में अपराधियों के ठिकाना बनाने की आशंका बनी हुई है।

आधा दर्जन और ठिकाने-
प्लेटफार्म नंबर 06 पर बनी इस पुरानी पानी की टंकी के अलावा 06 एेसे और टूटे-फूटे एवं खंडहर भवन हैं जिन्हें स्टेशन परिसर में रहने वाले अपराधियों ने ठिकाना बना रखा है। इन्हें तोडऩे के लिए भी आरपीएफ पत्र लिख चुकी है, लेकिन रेलवे का ध्यान अभी इस ओर नही है।

ये भी अपराधियों के अड्डे :
- प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ एस्क्लेटर के बगल में टूटी पड़ी आरएमएस की पुरानी बिल्डिंग। यहां वीआईपी लाउंज बनना था, लेकिन विवादों के बाद से इसका काम अटका पड़ा है।
- प्लेटफार्म एक से बीना एंड की तरफ रेलवे का एक बी-केबिन का पुराना खंडहर भवन पड़ा है। इसके भी तोडऩे के लिए लिख रखा है।
- बीना एंड से आगे निशातपुरा कोच फैक्ट्री के पहले एक और पानी की पुरानी टंकी और भवन खंडहर पड़ा है। यहां पर भी बड़ी संख्या में नशेडि़यों का जमावड़ा रहता है।
- प्लेटफार्म नंबर 06 के पार्सल ऑफिस के ठीक सामने पुराने बी-केबिन बने हुए हैं। इसे लोगों ने आम रास्ते की तरह बना रखा है।