
भोपाल शहर से 45 किलो मीटर कोलार डैम के दो गेट खुले।
Rain Alert: एमपी में तेज बारिश का कहर जारी है। नदी-नाले उफान पर हैं। कई जगह बाढ़ के हालात हैं और कई जगह बांध के गेट खोले जाने के कारण बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में जबलपुर समेत कई जगह भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जिसके बाद एमपी में प्रशासन एक बार फिर अलर्ट मोड में आ गया है। जहां डेम के गेट खोले जाने हैं वहां बचाव को लेकर एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। यहां पढ़ें सोमवार को एमपी में बाढ़ और बारिश का live Updates
लगातार हो रही बारिश के कारण लबालब हुए कोलार डैम (Kolar Dam) के आठ में से दो गेट रविवार सुबह खोल दिए गए। जल संसाधन विभाग ने बताया कि कोलार डैम का जलस्तर बढक़र 459 मीटर तक पहुंच गया था। इसलिए गेट खोले गए। कोलार डैम के दो गेट 40-40 सेंटीमीटर खोले गए हैं। ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।
कोलार डैम से पानी छोड़ेने के बाद जलसंसाधन विभाग ने कोलार नदी (Kolar River) और आसपास के गांव में बाढ़ का अलर्ट (Flood Alert) जारी कर दिया है। पानी की आवक लगातार जारी है।
अशोकनगर में लगातार बारिश के बेतवा नदी उफान (Betwa river overflow) पर है। पानी की आवक बढ़ने से यहां राजघाट बांध (Rajgaht Dam) के 8 गेट खोल दिए गए। बांध के इन गेटों से हर सैकंड 23.99 लाख लीटर पानी बाहर छोड़ा जा रहा है। बांध से पानी छोड़ने के कारण यूपी-एमपी की संयुक्त परियोजना के जिले में स्थित राजघाट बांध में 371 मीटर तक पानी भर जाता है।
लेकिन 31 जुलाई तक जलस्तर 365 मीटर रखने का नियम है और यहां जलस्तर रविवार 29 जुलाई को ही 366 मीटर पार कर गया। स्थिति को देखते हुए राजघाट बांध के गेट खोलने पड़े।
राजघाट बांध खुलने के बाद यहां बिजली उत्पादन शुरू कर दिया गया है। बिजली उत्पादन कंपनी के एई योगेंद्र यादव के मुताबिक 15-15 मेगावाट की क्षमता के तीन टर्बाइन हैं, जिन्हें 6 हजार क्यूसेक पानी से चलाया जा रहा है। इससे प्रतिदिन 9 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाएगा।
उज्जैन में शिप्रा नदी उफान (Shipra River Overflow) पर है। यहां नदी के दोनों तट डूब गए हैं। आसपास के गांवों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन अलर्ट मोड में है। बता दें कि उज्जैन में सोमवार सुबह से ही बारिश का दौर जारी है। नर्मदा नदी का रामघाट(Ram Ghat) डूब चुका है। कई मंदिरों में पानी घुस गया है। यहां बाढ़ के हालात हैं। लोगों से नदी के तटों और घाटों से दूर रहने की अपील की गई है।
उधर एमपी के शाजापुर जिले (Shajapur District) में बाढ़ आ गई है। यहां कई इलाकों में बाढ़ (Flood) के हालात हैं। बाढ़ का पानी घरों और दुकानों में भर गया है। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
बता दें कि एमपी में अब तक सीजन की औसत बारिश (Average Rain in MP ) से 7% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। जून-जुलाई में यहां 16.6 इंच बारिश होती है। लेकिन इस सीजन (Monsoon Season 2024 June to July) में यहां 17.6 इंच बारिश दर्ज की गई है। जो औसत बारिश 16.6 इंच से 1.01 इंच ज्यादा है।
जबलपुर के रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी डैम के जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए सोमवार 29 जुलाई की दोपहर 2.30 बजे बांध के गेट खोल दिए गए। बता दें कि फिलहाल डैम के 21 में से 3 गेट खोले गए हैं। ये गेट औसतन 1.07 मीटर ऊंचाई तक खोले गए हैं। इन सभी गेटों से 35 हजार 562 क्यूसेक ( घनफुट प्रति सेकंड ) पानी छोड़ा जा रहा है।
बता दें कि बरगी डैम के गेट खुलने की खबर लगते ही यहां आज लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई लोग परिवार समेत यहां पहुंच गए। बांध के खूबसूरत नजारे के साथ किसी ने सेल्फी ली, तो किसी ने वीडियो और रील बनाई।
परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासन ने बरगी डैम (Bargi Dam) के आसपास के निचले इलाकों और कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। वहीं नर्मदा के तटों पर रहने वाले लोगों को तट (Narmada River Banks) और घाटों (Narmada River Ghat) से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की है ।
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Updated on:
29 Jul 2024 02:53 pm
Published on:
29 Jul 2024 12:34 pm
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