7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी में जम्मू-कश्मीर से सनसनाती आ रही है आफत! ग्वालियर-चंबल में छाएंगे बादल, होगी बारिश

जम्मू-कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद हवा का रुख उत्तर दिशा से हो गया है। यह हवा अपने साथ कश्मीर से बर्फीली ठंडक लेकर आ रही है, जिससे शहर सहित जिले में सर्दी बढ़ी गई है। मौसम विभाग के अनुसार 12, 13 और 14 फरवरी को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।

2 min read
Google source verification
rain alert in madhya pradesh

Rain Alert in Madhya Pradesh

MP Weather : जम्मू-कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद हवा का रुख उत्तर दिशा से हो गया है। यह हवा अपने साथ कश्मीर से बर्फीली ठंडक लेकर आ रही है, जिससे मध्यप्रदेश में सर्दी बढ़ी गई है। मौसम विभाग(MP Weather ) के अनुसार 12, 13 और 14 फरवरी को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा सकती है । भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में बादल छाए रह सकते हैं। हालांकि 20 फरवरी के बाद तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। फिलहाल प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर चल रही है और तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे है।

ये भी पढें - 90 हजार तक पहुंचने वाले हैं सोने के दाम, शादी के सीजन में बड़ा झटका

शनिवार को ऐसा था मौसम

शनिवार को आसमान साफ(MP Weather ) रहा। सुबह से 6 से 8 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से सर्द हवा चलने लगी, जिससे धूप में भी सर्दी से राहत नहीं मिल रही थी।अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री दर्ज हुआ, जो सामान्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। जबकि न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई। 8.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया, जो सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। रात में सर्दी अधिक रही। मौसम विभाग ने न्यूनतम तापमान स्थिर रहने के आसार जताए हैं। हल्के बादल भी छा सकते हैं।

ये भी पढें - RBI Repo Rate : अब FD पर घट सकती हैं ब्याज दरें, जल्द करें अपने पैसे का निवेश

आ रहा नया पश्चिमी विक्षोभ

जम्मू-कश्मीर(Jammu Kashmir) में नया पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसके आने के बाद 11 फरवरी से मौसम में बदलाव आएगा। राजस्थान में चक्रवातीय घेरा भी विकसित होगा। नमी आने पर सर्दी घटेगी। पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद फिर से तापमान में गिरावट दर्ज होगी।