6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मध्यप्रदेश के 35 जिलों पर ‘मूसलाधार आफत’ का खतरा, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

देखिए, किन-किन जिलों के लिए है ऑरेंज अलर्ट, जहां होगी भारी बारिश

2 min read
Google source verification
67.jpg

भोपाल/ सितंबर महीने तक मानसून कमजोर पड़ जाती थी। लेकिन मध्यप्रदेश में सितंबर की शुरुआत से ही आसमान से आफत बरस रही है। प्रदेश के आधे से ज्यादा हिस्सों में सैलाब का सितम जारी है। इससे राजधानी भोपाल भी नहीं बची है। प्रदेश में बारिश से फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग ने 35 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जहां अत्याधिक बारिश होने की संभावना है।

पिछले कई दिनों जारी बारिश की वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में दूसरे शहरों से संपर्क टूट गया है। सभी नदियां ऊफान पर हैं। साथ ही डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं। भोपाल के सभी डैमों के फाटक खोल दिए गए हैं। कोलार इलाके में तो कलियासोत बांध के गोट खुलने से सड़क ही बह गई। इसके साथ ही निचली इलाकों में पानी भर आया है।







35 जिलों के लिए चेतावनी
भोपाल मौसम विभाग ने प्रदेश 35 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जहां भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। इनमें इंदौर, धार, खंडवा, खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर, आगर, देवास, नीमच, मंदसौर, भोपाल, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, गुना, अशोकनगर, होशंगाबाद, हरदा, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, अनूपपुर, डिंडोरी और जबलपुर जिला है। यहां गरज और चमक के साथ बारिश की संभावना है।

इसके साथ ही औसत समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका अब गंगानगर, अलवर, भिंड, मुरैना, उत्तर मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश स्थित निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र(छतरपुर के आसपास), अंबिकापुर, जमशेदपुर, दीघा और बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में पूर्व की ओर से होकर गुजर रही है। तटीय पश्चिम बंगाल एवं आसपास के क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन औसत समुद्र तल से ऊपर 3.1 और 5.8 किमी के बीच बना हुआ है।







दक्षिण गुजरात से चक्रवाती परिसंचरण जुड़ा हुआ उत्तर मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश से अधिक दबाव वाले क्षेत्र, उत्तरी छत्तीसगढ़ और झारखंड से होती हुई तटीय पश्चिम बंगाल तक औसत समुद्र तल से ऊपर 3.1 और 5.8 किमी ऊपर के बीच द्रोणिका बनी हुई है। सत समुद्र तल से ऊपर 1.5 से 2.1 किमी के बीच उत्तर पूर्व अरब सागर और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।

मौसम विभाग के अनुसार राज्य के मध्य और उत्तरी जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है, जबकि दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। अनुमान है कि 13 सितंबर के बाद यह बारिश कम होने लगेगी। हालांकि, मौसम पूरी तरह से शुष्क नहीं होगा। 14 और 15 सितंबर को भी उत्तरी जिलों में मध्यम बौछारें जारी रह सकती हैं। इसके बाद बारिश की तीव्रता हल्की हो जाएगी।