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राकेश सिंह बने दमोह एसपी बने

- तेनीवार को बनाया 13 वीं वाहिनी एसएएफ ग्वालियर का कमांडेंट

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राज्य शासन के गृह विभाग ने आज मंगलवार 27 दिसंबर को एक तबादला आदेश जारी किया है, इस आदेश में दो IPS अधिकारियों को इधर से उधर किया गया है, शासन ने दमोह पुलिस अधीक्षक 2009 बैच के IPS अधिकारी डीआर तेनीवार को हटाते हुए उनकी जगह 2010 बैच के IPS अधिकारी राकेश कुमार सिंह को दमोह की जिम्मेदारी दी है। सिंह वर्तमान में 13वीं वाहिनी एसएएफ ग्वालियर में सेनानी हैं।

दमोह के पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार को दमोह से हटाते हुए 13 वीं वाहिनी एसएएफ ग्वालियर का कमांडेंट बनाया है, शासन ने इसकी जगह 2010 बैच के IPS अधिकारी 13 वीं वाहिनी एसएएफ ग्वालियर के कमांडेंट राकेश कुमार सिंह को पुलिस अधीक्षक दमोह बनाया है। वहीं दमोह एसपी डीआर तेनीवार को हटाते हुए राकेश कुमार सिंह को दमोह की जिम्मेदारी दी है। सिंह वर्तमान में 13वीं वाहिनी एसएएफ ग्वालियर में सेनानी हैं। तेनीवार को सिंह के स्थान पर पदस्थ किया गया है।

ज्ञात हो कि दमोह शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के कसाई मंडी इलाके में संचालित एक अस्थायी पुलिस चौकी में तैनात एसएएफ आरक्षक की हत्या कर दी गई थी, इसके पहले मंदिर में तोड़फोड़ से कानून व्यवस्था बिगड़ गई थी। इस घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था।

शहर में बढ़ती घटना को लेकर जनप्रतिनिधियों ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने 2009 बैच के आईपीएस दमोह पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार को हटा कर सेनानी, 13वीं वाहिनी, विसबल, ग्वालियर पदस्थ किया है। वहीं, सेनानी, 13वीं वाहिनी, विसबल ग्वालियर को दमोह पुलिस अधीक्षक बनाया है। इस संबंध में मंगलवार को गृह विभाग के अवर सचिव अन्नू भलावी ने आदेश जारी कर दिए।

एसपी पर लगे थे आरोप
गौरतलब है कि दमोह में शिवलिंग तोड़े जाने की घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने पिछले दिनों आक्रोश जताया था और दमोह बंद करने का आह्वान किया था, बजरंग दल विश्व हिन्दू परिषद् सहित अन्य हिंदूवादी संगठन जिले में बढ़ते धर्मान्तरण को लेकर भी आक्रोशित थे और इसके लिए एसपी डी आर तेनीवार को जिम्मेदार ठहरा रहे थे।

उठे थे सवाल
दमोह कोतवाली अंतर्गत कसाई मंडी में स्थित पुलिस चौकी के सामने दिनांक 23 दिसंबर को हुई आरक्षक की हत्या के बाद भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे, हालांकि कोतवाली पुलिस के द्वारा चंद घंटों में ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन आम जनता का कहना था जब शहर में पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या होगा? लगातार दमोह जिले में बढ़ती चाकूबाजी की घटनाओं को लेकर भी लोगों में पुलिस के खिलाफ असंतोष था इन्हीं सब कारणों के चलते सरकार ने एसपी का तबादला कर दिया है।