
‘अगले पांच साल में हम मध्यप्रदेश को बना देंगे देश का कृषि सेंटर’ : राहुल गांधी
मंडीदीप. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को किसानों पर संकट और बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि मध्यप्रदेश का किसान आत्महत्या करे या हाथ जोड़े, न शिवराज सरकार सुनती है और न केंद्र की मोदी सरकार।
उन्होंने कहा, यहां किसान बेहाल हैं और युवा बेरोजगार। नसरुल्लागंज, गंजबासौदा और मंडीदीप की चुनावी सभाओं में उन्होंने कहा कि दिल्ली को मोदी और मध्यप्रदेश को शिवराज सरकार ने भ्रष्टाचार का केन्द्र बना दिया है। कांग्रेस की सरकार किसानों की परेशानी दूर करेगी। 10 दिन में कर्जमाफी करेगी। यही नहीं अगले 5 साल में प्रदेश को हम देश की कृषि का केंद्र बना देंगे।
राहुल ने कहा, हमारे फोकस में किसान और बेरोजगार हैं। प्रदेश के हर ब्लॉक में खेतों के पास फूड प्रोसेसिंग कारखानों का जाल बिछाएंगे। सोयाबीन के इलाके में सोया प्रोडक्ट, टमाटर के खेतों के पास सॉस और आलू के खेत के पास चिप्स बनाने की फैक्ट्री लगाएंगे।
अगले पांच...
फैक्ट्रियों में ग्रामीण बच्चों को नौकरी मिलेगी और किसानों को मंडी में बिना लंबी लाइन लगाए पूरा दाम मिलेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, किसानों के कर्जमाफी की अपील लेकर मैं पीएम के ऑफिस गया तो उन्होंने मेरी बात का जवाब तक नहीं दिया, जबकि उन्होंने देश के 15 उद्योगपतियों के लिए बैंकों के दरवाजे खोल दिए। बोले- पीएम सिर्फ अपने उद्योगपति मित्रों का ध्यान रखते हंै। मध्यप्रदेश के सीएम भी सिर्फ किसानों, आदिवासियों और गरीबों से जमीन छीनते हैं। पहले मोदी और शिवराज किसान, रोजगार और भ्रष्टाचार की बात करते थे, लेकिन अब इनका जिक्र तक नहीं करते।
व्यापमं के आरोप पर केस क्यों नहीं करते
रा हुल ने सीएम शिवराज के विधानसभा क्षेत्र के नसरुल्लागंज में उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, कुछ दिन पहले जब मैंने धोखे से सीएम के बेटे का नाम पनामा लीक्स से जोड़ दिया था तो उन्होंने फौरन ही करोड़ों की मानहानि केस की बात कही, लेकिन जब मैं व्यापमं, इ-टेंडरिंग और खनन घोटाले में पैसा बनाने का खुला आरोप लगाता हंू तब वे मानहानि के लिए कोर्ट क्यों नहीं जाते। इसका मतलब साफ है। उन्होंने कहा, यह बात सही है कि शिवराज ने 15 साल सेवा की है, लेकिन बेइमानी से।
कमलनाथ-शिवराज के संबंधों में दरार
चुनाव ने कमलनाथ और शिवराज सिंह के बीच दूरियां बढ़ा दी हैं। एक-दूसरे पर ऐसी बयानबाजी पहले नहीं देखी गई। कमलनाथ जब केंद्रीय मंत्री थे तो मुख्यमंत्री के नाते शिवराज उनकी तारीफ करते थे। कमलनाथ भी सीएम पर टिप्पणी नहीं करते थे। अब सीएम छिंदवाड़ा मॉडल पर सवाल उठाते हैं तो कमलनाथ व्यापमं और ईटेंडरिंग जैसे घोटालों पर शिवराज को घेर रहे हैं।
Published on:
24 Nov 2018 10:19 am
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