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दो विभागों के बीच में उलझी सडक़, कई कॉलोनियों के रहवासी परेशान

ड्डरायल पार्क सिटी रोड, रखरखाव नहीं होने से जर्जर

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दो विभागों के बीच में उलझी सडक़, कई कॉलोनियों के रहवासी परेशान

दो विभागों के बीच में उलझी सडक़, कई कॉलोनियों के रहवासी परेशान

मंडीदीप. नगरीय क्षेत्र की एक प्रमुख सडक़ का निर्माण दो विभागों में उलझकर रह गया है। जिम्मेदार विभाग न तो सडक़ का निर्माण कार्य करा रहा है और न सडक़ को नगर पालिका के हैंडओवर कर रहा है। सडक़ का नियमित रखरखाव और निर्माण नहीं होने से स्थानीय रहवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

शहर के वार्ड क्रमांक-23 मंडी क्षेत्र में रेलवे ओवरब्रिज से स्टेशन होते हुए रायल पार्क सिटी कॉलोनी की ओर जाने वाली करीब डेढ़ किमी सडक़ का आधिपत्य लोक निर्माण विभाग के पास है। नगर पालिका ने हाईवे से स्टेशन रोड, रेलवे ओवरब्रिज होते हुए रायल पार्क सिटी कॉलोनी तक की सडक़ का आधिपत्य लोक निर्माण विभाग से मांगा था, लेकिन विभाग ने सिर्फ हाईवे से रेलवे ओवरब्रिज तक की सडक़ का आधिपत्य ही नगर पालिका को सौंपा। बाकी की रेलवे ओवरब्रिज से रायल पार्क सिटी तक की सडक़ लोक निर्माण विभाग के पास ही है।

विभाग द्वारा यहां बारिश के पूर्व एवं बाद में पेचवर्क नहीं कराने से इस सडक़ पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इसके अलावा पानी की निकासी नहीं होने से जगह-जगह से सडक़ उखड़ गई है। इसके चलते वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

आधा दर्जन कॉलोनियों का है मुख्य मार्ग

वा र्ड-23 की शीतल सिटी, मंडी स्टेशन क्षेत्र, आकांक्षा नगर, महिमा धाम, महाराणा प्रताप नगर, राम नगर, रायल पार्क सिटी और हिमांशु सिटी को यह सडक़ शहर से जोड़ती है। इसके अलावा हमीरी, मूडला, दाहोद, नूरंगज सहित एक दर्जन गांव इस सडक़ के माध्यम से जुड़ते हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार विभाग इस सडक़ की अनदेखी कर रहा हैं।

सडक़ निर्माण का बोर्ड लगा, सडक़ नहीं बनी

प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत मंडीदीप से दाहोद, नूरगंज होते हुए हाईवे तक जाने वाले सडक़ का सितम्बर 2018 में भूमिपूजन किया गया था, पहले कहा गया था कि सडक़ रेलवे ओवर ब्रिज से शुरू होगी। लेकिन बाद में इस सडक़ को मंडी स्थित विश्राम घाट से शुरू किया गया। विभाग ने निर्माण संबंधी बोर्ड भी ब्रिज के पास लगाया है, लेकिन सडक़ नहीं बनने से लोगों को खाशी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

भारी वाहनों ने की खस्ता हालात

इस सडक़ से प्रतिदिन एक निजी कंपनी के कोयला यार्ड से बड़ी संख्या में दस ***** डंपर कोयले का परिवहन करते हैं, इसके अलावा इस क्षेत्र में स्थित कारखानों की ओर जाने-वाले कंटेनर, भारी वाहन यहां से गुजरते हैं। लगातार भारी वाहनों के निकलने से यह पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। भारी यातायात को देखते हुए इसका चौड़ीकरण होने के साथ ज्यादा भार झमता की सडक़ का निर्माण हो जिससे सडक़ जल्दी खराब नहीं हो।

एक दशक पहले हुआ था सडक़ का निर्माण

स्थानीय रहवासी बताते हैं कि करीब एक दशक पहले ब्रिज से रेलवे स्टेशन मोड़ तक सीसी सडक़ का निर्माण हुआ था। यह सडक़ अब जर्जर हो चुकी है। रहवासी अशोक भार्गव बताते हैं कि स्टेशन रोड शहर की मुख्य सडक़ है। यहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग आना-जाना करते हैं इसके बावजूद यह सडक़ जिम्मेदार विभागों की अनदेखी का शिकार बनी हुई है।

- ओवरब्रिज से रायल पार्क कॉलोनी की ओर जाने वाली सडक़ लोक निर्माण विभाग की सडक़ है, सडक़ हैंडओवर नहीं होने के कारण यहां नगर पालिका सडक़ निर्माण नहीं कर सकती है।
केएल सुमन, सीएमओ, नगर पालिका मंडीदीप