
भोपाल। हिंसाग्रस्त मणिपुर में अध्ययनरत छात्र और प्रदेश के निवासियों को वापस लाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार सक्रिय हो गई है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और वहां फंसे छात्रों से फोन पर चर्चा की और उन्हें सकुशल प्रदेश वापस लाने का वचन दिया। 24 छात्रों को मंगलवार को लाया जाएगा।
राज्य सरकार का कहना है कि इन 24 छात्रों के अतिरिक्त यदि कोई और छात्र राज्य सरकार से संपर्क करता है तो उन्हें भी वापस लाया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों ने प्रदेश के छात्रों एवं नागरिकों से संपर्क कर उन्हें वापस लाने संबंधी जानकारी दी एवं आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की।
मुख्यमंत्री चैहान के निर्देश पर मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी मणिपुर में प्रदेश के छात्रों से निरंतर संपर्क बनाए हुए हैं।
इंफाल से गुवाहाटी होते हुए आएंगे छात्र
सरकार द्वारा फिलहाल 50 छात्र एवं प्रदेश के नागरिकों की वापसी की व्यवस्था की गई है। इसमें सबसे पहले छात्रों एवं नागरिकों को मंगलवार दोपहर बाद इंफाल से गुवाहाटी लाया जाएगा। गुवाहाटी से दूसरी एयरलाइन से दिल्ली लाया जाएगा। वहां से फिर इन्हें अपने-अपने शहर के लिए रवाना किया जाएगा।
इससे पहले अब तक जो सूचना आ रही थी उसके अनुसार मणिपुर (डंदपचनत) में मैतेई आरक्षण विवाद को लेकर हिंसा भड़की है। एमपी के करैरा के रहने वाले मनोज पाल ने बताया कि यहां हालात बहुत डरावने हैं।
कुछ छात्रों और उनके परिजनों ने केन्द्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व सूडान में भी भोपाल के एक व्यवसायी फंस गए थे। वहां गृहयुद्ध के कारण वे निकल नहीं पा रहे थे तो प्रदेश सरकार आगे आई। इसके बाद सूडान से बैरागढ़ के उस व्यापारी को सकुशल भारत लाया गया।
Published on:
09 May 2023 03:59 am
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