चाइल्ड स्पेशलिस्ट व उप संचालक स्वास्थ्य ग डॉ. पंकज शुक्ला के अनुसार बच्चों में डायरिया के 40 से 50 फीसदी प्रकरणों में रोटावायरस ही जिम्मेदार होता है। टीका लगने पर भी 10 फीसदी बच्चों में संक्रमण हो सकता है। लेकिन, साफ-सफाई व प्रॉपर हैंड वॉशिंग से इससे बच सकते हैं। बच्चों में रोटावायरस का संक्रमण फीकल कंटेमिनेशन से होता है। इसलिए इस साइकिल को पूरा होने से रोकने पर ध्यान देना चाहिए। फीकल मैटर बच्चों के हाथों में या उसके खाने में नहीं आना चाहिए।