20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आरटीओ में नहीं है सुरक्षा बल : प्रभारी आरटीओ

एक कर्मचारी, आरटीआई एक्टीविस्ट की पिटाई वहीं एक को जान से मारने की धमकी भोपाल आरटीओ कार्यालय में

2 min read
Google source verification
RTO officer

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में संचालित आरटीओ ऑफिस लगातार अराजकाता का अड्डा बना हुआ है। जहां से लगातार ऐसी खबरें आ रही जिसे लेकर लोगों के अंदर आरटीओ कार्य़ालयों के प्रति गलत छवी बन रही है। आरटीओ कार्यालय पहले तो मात्र दलालों को लेकर बदनाम था आज आरटीओ कार्य़ालय में कार्यरत कर्मचारी के साथ भी मारपीट के मामले सामने आये हैं।

वहीं हाल ही में आरटीओ में एक आरटीआई एक्टीवीस्ट के साथ मारपीट की घटना हुई। मिलि जानकारी के अनुसार आरटीआई एक्टीवीस्ट कुछ जानकारी एकत्र करना चाहता था, जिसे लेकर उसे कुछ लोगों ने खूब पीटा। वहीं ऐसी घटनाओं के बाद आरटीओ ने स्वयं की सुरक्षा के लिए एक सिक्योरिटी गार्ड रख ली वहीं कर्मिचारियों के लिए किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की। मामला खतरनाक मोड ले रहा है, आरटीओ में लगातार दलालों की सक्रीयता बढ़ती जा रही है। जिसे लेकर पत्रिका संवाददाता आरटीओ कार्यालय पहुंच कर आरटीओ प्रभारी संजय तिवारी से मिलकर विशेष मुलाकात की..

प्रश्न- क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए हैं?
उत्तर- आरटीओ परिसर में सुरक्षा के लिए फोर्स नहीं है। इस कार्यालय में 100-150 वाहन फिटनेस व 150-200 वाहन वेरीफिकेशन और इतने ही व्यक्ति लाइसेंस बनवाने आते हैं। सुरक्षा के लिए फोर्स जरूरी है।

प्रश्न- आरटीओ परिसर में सुरक्षा के लिए कितने अमले की जरूरत है ?
उत्तर- इस समय एक सिपाही और दो आरटीआई हैं, जो चेकिंग करते हैं। यहां कम से कम 10 सिपाही, 4 हेड कांस्टेबल, 2 एसआई, 4 इंस्पेक्टर्स चाहिए, जिनसे जांच/सुरक्षा कार्य सुनिश्चित किया जा सके। शासन से फोर्स मांगा है।

प्रश्न- कितने दलाल अधिकृत हैं, अनाधिकृत व्यक्ति कैसे प्रवेश करते हैं?
उत्तर- विभाग ने एक भी दलाल को अधिकृत नहीं किया है। ये सभी अवैध हैं। जिस विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर बैठे हुए हैं, उसे कार्रवाई कर इन्हें हटाना चाहिए, जिससे आवागमन में भी आसानी हो सके।

प्रश्न- कार्यालय परिसर में भी तो दलाल बैठे रहते हैं, उन्हें क्यों नहीं हटाते?
उत्तर- फोर्स न होने के कारण कर्मचारी इन तत्वों से नहीं उलझते। जब भी मेरी नजर इन पर पड़ती है, परिसर से बाहर निकाल देता हूं। मौका पाकर ये फिर से परिसर में अड्डा जमा लेते हैं।

प्रश्न- दलाल व कर्मचारी तो वर्षों से काम कर रहे हैं फिर मारपीट क्यों हुई?
उत्तर- गलत कार्यों पर मैंने सख्ती बरती है। कर्मचारी पर दलाल टैक्स चोरी का दबाव बना रहा था, कर्मचारी के मना करने पर मारपीट कर दी। एफआईआर तो तुरंत हुई, लेकिन गिरफ्तारी अभी तक नहीं की गई।

प्रश्न- रात में आरटीओ परिसर में सुरक्षा की क्या व्यवस्था है?
उत्तर- रात में मेन गेट पर ताला लगवा देते हैं। एक चौकीदार भी रहता है। जो वाहन वेरीफिकेशन या फिटनेस के लिए खड़े रहते हैं, उन वाहन स्वामियों को हेल्पर/क्लीनर रखने के लिए कह दिया जाता है।