
MP News : विधानसभा(MP vidhansabha) में गुरुवार को परिवहन घोटाले की गूंज हुई। ध्यानाकर्षण के जरिए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने मामला उठाया। उन्होंने आरोप लगाया, परिवहन चेक पोस्ट, टोल नाकों से वसूली जारी है। पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा(Saurabh Sharma Case) समेत अन्य को गिरफ्तार किया। इसमें शामिल बड़े भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास हो रहा है। सरकार मगरमच्छों को क्यों बचा रही है। जांच एजेंसियां यह पता नहीं कर पाई कि कार में मिला 52 किलो सोना किसका है?
सिंघार ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआइ जांच की कराने की मांग की। बोले-एजेंसियां दबाव में हैं। विपक्ष सीबीआइ जांच की मांग पर अड़ा रहा। सरकार से अनुशंसा करने की मांग की। मांग पूरी न होने पर विपक्ष ने वेल में आकर नारेबाजी की, फिर वॉकआउट किया। विपक्ष के आरोपों पर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ऐतराज जताते रहे। बोले-लोकायुक्त पर आरोप नहीं लगा सकते।
कैलाश ने कहा, लोकायुक्त से संबंधित प्रश्न पूछ सकते हैं। जो मामला विचाराधीन है, उस पर सवाल नहीं उठा सकते। इस पर उमंग ने कहा, यदि लोकायुक्त सोना और कैश की जांच करती तो इनकम टैक्स बीच में नहीं आता। लोकायुक्त ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआइ जांच करे, ऐसा हम चाहते हैं।
कटारे ने कहा, उनके एक सवाल पर बताया गया कि सौरभ शर्मा(Saurabh Sharma Case) की अनुकंपा नियुक्ति के लिए 2016 में परिवहन मंत्री ने पत्र लिखा था। यह पत्र मंत्री ने खुद ही लिखा था, जबकि उनसे अभिमत नहीं मांगा गया था। कटारे बोले कि सौरभ वसूली करता था। वह सत्य प्रकाश के संपर्क में आया, फिर राजेन्द्र सेंगर और उसके बाद मंत्री के संपर्क में आया। जो फर्जी अनुकंपा नियुक्ति सौरभ शर्मा को दी गई और जिसके नोटशीट के आधार पर दी गई, उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी। परिवहन मंत्री उदय प्रताप ने कहा, अनुकंपा नियुक्ति प्रक्रिया में कहीं गलती नहीं है।
कटारे ने कहा कि पूरे शहर में कैमरे लगे हैं, कार में 52 किलो सोना मिला। उस कार की लाइव लोकेशन ट्रेस करते तो सब पता चल जाता। जांच एजेंसी ने ऐसा नहीं किया। आखिर किसे बचाया जा रहा है। जब उन्होंने पूर्व मंत्री की बात कही तो मंत्री कैलाश ने ऐतराज जताते हुए कहा कि आरोप लगाने के पहले सूचना देनी चाहिए थी। इस पर कटारे ने कहा कि वे किसी का नाम नहीं ले रहे। फिर बात मेें सुधार करते हुए बोले-सुरखी के एक और खुरई के एक व्यक्ति की आमदनी अचानक बढ़ गई। इस पर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्वॉइंट ऑफ ऑर्डर कहा कि ध्यानाकर्षण का विषय नहीं है। तब अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि सिर्फ ध्यानाकर्षण प्रस्ताव से ही संबंधित मसले पर ही बात होगी।
ध्यानाकर्षण के दौरान उमंग ने सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग का हवाला देते हुए कहा कि सदन में सदस्यों को खुलकर बोलने का अधिकार है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही संचालन प्रक्रिया से चलती है। सुप्रीम कोर्ट से नहीं चलती। इस टिप्पणी पर सिंघार ने कहा कि ऐसा कहकर मंत्री सुप्रीम कोर्ट का अपमान कर रहे हैं। इसके बाद सदन में हंगामा और शोर-शराबा तेज हो गया। सत्ता पक्ष और विपक्षी दल के सदस्यों के बीच तीखी बहस होने लगी।
सिं घार व कटारे ने प्रतीकात्मक रूप से सोने की बिस्किट दिखाई। सदन मेें जब बिस्किट दिखाकर कटारे अपनी बात कह रहे थे, तब भाजपा सदस्यों ने पूछा यह असली है क्या? इस पर कटारे ने कहा कि असली तो आप लोगों के पास है, यह तो नकली है। इसके बाद सिंघार ने कहा कि जिन अधिकारियों ने जनता का पैसा लूटा है, अवैध वसूली की है, उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए।
स रकार की ओर से परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि एजेंसियां स्वतंत्र हैं। जांच कर रही हैं। एजेसियों की जांच में कई तरह के करप्शन सामने आए हैं। दोषी लोग जेल में हैं, इसलिए जांच पर सवाल नहीं उठा सकते। मंत्री ने सौरभ की अनुकंपा नियुक्ति नियमानुसार हुई है, संदेह का विषय नहीं है। अभी जांच में जब यह पाया कि उसका शपथ-पत्र गलत है, तब 3 मार्च को पुलिस को प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई करने लिखा है। मंत्री ने कहा, सौरभ ने वीआरएस ले लिया, इसलिए वह विभाग की सीधी कार्रवाई में नहीं आ रहा था। 1 जुलाई 2024 से सभी परिवहन चेक पोस्ट बंद किए हैं। वाहन जांच की पारदर्शी व्यवस्था लागू की है।
Published on:
21 Mar 2025 09:21 am
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