
Sarkari Job Alert in MP: मध्यप्रदेश के एक लाख युवाओं ने सरकारी पदों पर नौकरी पाने का जो सपना देखा था वह सपना ही रह गया। दो दिन बाद 2025 शुरू होगा। इसमें भी एक लाख पदों पर भर्ती मिलेगी, यह तय नहीं, क्योंकि मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने जो भर्ती कैलेंडर जारी किया है, जिसमें पदों का अता-पता नहीं है। हालांकि 15 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती परीक्षाओं का उल्लेख है।
कैलेंडर में 15 परीक्षाएं शामिल हैं। विभागों में हर माह थोकबंद कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं और बेरोजगार युवा ओवरऐज। आमजन और युवा दोनों परेशान हैं तब भी भर्ती कराने और करने वाला सिस्टम गति नहीं पकड़ पा रहा, जबकि उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने ही दावे किए थे कि 2024 के अंत तक एक लाख पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर देंगे। इस दावे के पीछे कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णय का हवाला दिया गया था।
एक लाख पदों पर भर्ती करने के ऐलान के बाद महकमों में हलचल शुरू हुई। भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई ऊर्जा विभाग से। तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के 2573 पदों के लिए विज्ञापन जारी किए। शिक्षा विभाग में 35357 पदों पर भर्ती होनी है। अन्य विभागों में भी फाइलें दौड़ रही हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा 24614 पद खाली हैं। उच्च शिक्षा विभाग में 6407, तकनीकी कौशल विकास विभाग में 4336 एवं वन विभाग में 4088 पद खाली हैं। इसी तरह पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में 2599, पशुपालन व डेयरी में 2217, राजस्व विभाग में 2577, ऊर्जा विभाग में 1487 पद खाली हैं। विमानन विभाग में सबसे कम 6 पद रिक्त हैं। संसदीय कार्य में रिक्त पदों की संख्या 11 है।
मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) के भर्ती कैलेंडर से पता चलता है कि वर्ष 2025 में शिक्षकों की सर्वाधिक भर्ती होगी। इनमें माध्यमिक शिक्षकों के 10 हजार पद बताए गए हैं। खेल, गायन-वादन, नृत्य इत्यादि विषय इसमें शामिल हैं। इसके अलावा स्टाफ नर्स के 2267 पद, महिला एवं बाल विकास पर्यवेक्षक के 426, सहायक वर्ग-3 व अन्य समकक्ष के 500 पद शामिल हैं।
कर्मचारी चयन मंडल आइटीआइ, वन, पुलिस, जेल, स्वास्थ्य विभाग में भी भर्ती करेगा। इसका भी भर्ती कैलेंडर जारी किया गया है। इस तरह चयन मंडल ने वर्ष 2025 में कुल 15 परीक्षाएं आयोजित करने की योजना बनाई है।
मध्यप्रदेश में छह माह में 35186 बेरोजगार बढ़ गए। मई में सरकर ने विधानसभा में बेरोजगारों की संख्या 25 लाख 82 हजार 759 बताई थी। दावा किया गया था कि प्रदेश में 7.58 लाख बेरोजगार घट गए। शीतकालीन सत्र में बेरोजगारों की संख्या 26.17 लाख बताई गई है। यह जानकारी नवंबर 2024 तक की है।
कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने सवाल किया था कि 20 नवंबर 2024 की स्थिति में राज्य में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या कितनी है। कौशल विकास और रोजगार राज्य मंत्री गौतम टेटवाल ने लिखित जवाब में बताया कि युवाओं के पंजीयन की संख्या 26 लाख 17 हजार 945 है। विधायक ने यह भी पूछा था कि एक साल की अवधि में सरकारी और निजी क्षेत्र में कितनों का चयन हुआ है। इस पर जवाब आया कि एक साल में 58351 युवाओं का चयन सरकारी और निजी क्षेत्र में हुआ है।
भोपाल में एक लाख 69 हजार 440 युवाओं के पंजीयन रोजगार के लिए हुए हैं। पांढुर्ना में सबसे कम 409 बेरोजगार पंजीकृत हैं। 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले अस्तित्व में पांढुर्ना जिले में सबसे कम नौ बेरोजगार पंजीकृत थे।
भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, छिंदवाड़ा, मुरैना, बालाघाट, रीवा, सागर, सतना, जबलपुर।
Published on:
30 Dec 2024 12:27 pm
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