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भोपाल। थाने की हवालात में खुद को आग लगाकर खुदकुशी का प्रयास करने वाले मुल्जिम से छात्रा पिछले चार महीने से प्रताडि़त थी। वह चार महीने से लगातार छात्रा का पीछा कर रहा था। लेकिन छात्रा आरोपी की इन हरकतों के डऱ और बदनामी के चलते चुप रही। अगर वह पहले ही पुलिस को सूचित कर देती, तो शायद बलात्कार की घटना घटित नहीं होती। यह खुलासा छात्रा ने बुधवार को (164) के बयानों में किया है। यह जानकारी एएसपी जोन-2 संजय साहू ने दी है।
एएसपी संजय साहू ने बताया कि छात्रा ने कहा बलात्कार का विरोध करने पर आरोपी ने उसकी गर्दन के पीछे पीठ पर तीन-चार जगह चाकू से गोद दिया था। फिर घटना के बारे में किसी को बताने और एफआइआर दर्ज कराने पर जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया। जब अगले दिन उसके पेट में दर्द हुआ, तब उसने यह जानकारी अपने परिजनों को दी। तब परिजनों ने थाने में जाकर एफआइआर दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़ समेत बलात्कार और पॉस्को एक्ट की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
मुल्जिम बोला पेट्रोल डालकर खुद लगाई आग
इधर, भोपाल कलेक्टर के आदेश पर घटना में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी किए थे, बुधवार को मजिस्ट्रेट बयानों में मुल्जिम राजकुमार परमार ने बयान दिए है कि उसने हवालात के अंदर पेट्रोल डालकर खुद ही आग लगाई। इधर, पेट्रोल को लेकर भी सवालिया निशान खड़े हो गए है कि हवालात के अंदर पेट्रोल कहां से आई, किसने पहुंचाई। अब एफएसएल जांच के बाद ही यह खुलासा हो सकेगा कि उसके कपड़ों में पेट्रोल की मात्रा थी या नहीं। आग लगाने की वजह क्या थी, यह सामने नहीं आया है। फिलहाल उसका बंसल अस्पताल में उपचार चल रहा है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
Published on:
28 Feb 2019 08:05 am
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