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जगह-जगह से टूटी सीवेज लाइन, घरों के बाहर फैल रही है गंदगी

मूलभूत सुविधाओं से वंचित रक्षा विहार के रहवासी

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जगह-जगह से टूटी सीवेज लाइन, घरों के बाहर फैल रही है गंदगी

संत हिरदाराम नगर. इंदौर बायपास पर स्थित मुबारकपुर ग्राम पंचायत के अंतर्गत बीडीए द्वारा बनाई गई रक्षा विहार कॉलोनी में रहवासियों को पिछले 30 सालों से मूलभूत सुविधाओं का इतंजार है। रक्षा विहार कॉलोनी में निवासी वर्तमान अथवा पूर्व सैनिक हैं जो कॉलोनी में कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कॉलोनी में सभी जगहों पर सीवेज लाइन पूरी तरह क्षतिग्रस्त है।

सीवेज लाइन के टूटने से गंदे पानी की निकासी नहीं होने के कारण गंदगी घरों के सामने फैल रही है। वहीं कॉलोनी के मुख्य मार्ग से लेकर अंदर की सडक़ों की हालत जर्जर है। सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में होती है। कीचड़ से भरी सडक़ों से बच्चों को स्कूल जाने में और रहवासियों को आवागमन करने में परेशानी होती है।

पानी पर जीएसटी, भी सप्लाई हो रही कम

रक्षा विहार के निवासियों को बोरवेल से एक दिन छोडक़र 45 मिनट के लिए पानी दिया जाता है। इस सुविधा के लिए भोपाल विकास प्राधिकरण 400 रुपए प्रतिमाह वसूलता है और उस पर 18 प्रतिशत जीएसटी प्रभार भी लेता है। निवासियों का कहना है कि यह प्रभार देने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन पानी रोजाना सप्लाई किया जाना चाहिए।

परेशानी गर्मी के दिनों में होती है 3-4 दिनों में एक बार पानी की सप्लाई की जाती है। निवासियों को पानी के टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ता है। कुछ घरों में तो तकनीकी समस्या के कारण पानी पहुंचता ही नहीं है। निवासियों का कहना है कि रक्षा विहार को भी अमृत या किसी अन्य जल वितरण नेटवर्क परियोजना से जोड़ा जाना चाहिए।

- रक्षा विहार को बीडीए ने विकसित किया था। यहां पर सभी आवासी, भारतीय सेनाओं के पूर्व एवं वर्तमान सैनिक लंबे समय से निवास कर रहे हैं, लेकिन सीवेज, पानी की समस्या और जर्जर सडक़ के कारण रहवासी परेशान है।
मनीष मिश्रा, निवासी रक्षा विहार


- रक्षा विहार में सडक़ें जर्जर हालत में है, सीवेज लाईन टूटी हुई है, पानी भी एक दिन छोडक़र 45 मिनट दिया जाता है जबकि सैन्य परिवारों से ४०० रुपए प्रतिमाह और उस पर 18 प्रतिशत जीएसटी प्रभार लगाया जा रहा है। उसे रोजाना सप्लाई करना चाहिए।
चन्द्र केश्वर चौबे, निवासी रक्षा विहार

- रक्षा विहार, भारतीय सेनाओं के पूर्व एवं वर्तमान सैनिकों की एक अद्वितीय कॉलोनी है। अगर इस कॉलोनी को भी मूलभूत सुविधाएं सुचारु रूप से मिल जाएं तो यह कॉलोनी एक आदर्श कॉलोनी बन सकती है।
जीके पाठक, निवासी रक्षा विहार