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ये क्या पहले चलती ट्रेन में काटता था हौज पाइप, फिर चाय बेचकर करता था कमाई

मिडघाट सेक्शन पर यात्रियों की जान से खिलवाड़...

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भोपाल

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Shiv Naryan

Feb 07, 2018

train

भोपाल। अपने छोटे से फायदे के लिए अवैध वेंडर किस तरह हजारों लोगों की जान को खतरे में डालकर लाखों रुपए का सरकारी नुकसान कर सकते हैं, इसका खुलासा आरपीएफ द्वारा पकड़े गए एक अवैध वेंडर से हुआ है।

दिसंबर और जनवरी माह में मिडघाट सेक्शन पर रात चार से पांच बजे के बीच लगातार एअर हौजपाइप काटने की घटना से पेरशान आरपीएफ और अन्य सुरक्षाबलों ने जब तत्परता मामले की छानबीन की तो पता चला कि एक अवैध वेंडर अपनी चाय की बिक्री के लिए घाट सेक्शन के पहले सर्जिकल ब्लेड से ट्रेन के हौज पाइप काट रहा है। हौज पाइप कटने से ट्रेन लगभग एक से डेढ़ घंटे तक घाट पर खड़ी रहती थी।

दिसंबर के अंत में लगातार चार दिन तक हौज पाइप कटने की घटनाएं हुईं। हौज काटने की आशंका को देखते हुए आरपीएफ ने भोपाल-इटारसी के बीच चलने वाले अवैध वेंडरों को पकड़कर पूछताछ की तक एक वेंडर ने बताया कि अशोका गार्डन सुरेंद्र नगर निवासी दीपक वर्मा इटारसी और भोपाल के बीच रात में ट्रेनों में अवैध रूप से चाय और खाद्य सामग्री बेचने का काम करता है।

कोचिंग डिपो में अधिकारियों ने कराया डेमो
आरपीएफ द्वारा धरपकड़ किए जाने की जानकारी मिलने पर दीपक भोपाल से सीहोर भाग गया। आरपीएफ ने एक रिश्तेदार के यहां से उसे पकड़ा। हालांकि अधिकारियों को चलती ट्रेन में हौज पाइप काटने की घटना पर विश्वास नहीं हुआ।

अपनी शंका को पुख्ता करने के लिए रेलवे के अधिकारी और आरपीएफ के आला अधिकारी उसे लेकर हबीबगंज स्थित कोचिंग डिपो लेकर पहुंचे। यहां उसने एक ट्रेन का हौज पाइप बड़ी ही सफाई से काटकर बताया।

ट्रैक पर अन्य ट्रेनें हो जाती थीं खड़ी
चलती ट्रेन में हौज पाइप कटने से ट्रेन कभी भी डीरेल हो सकती थी। वहीं एक बार हौज पाइप कटने के बाद लगभग डेढ़ घंटे समय उसे दुरुस्त करने में लगता था। इस दौरान लाइन की सारी ट्रेनें ट्रैक पर खड़ी रहती थी। इससे लाइट कंजम्प्शन बढ़ जाता था। इससे रेलवे को काफी नुकसान भी होता था।

मिडघाट में चलती ट्रेन का हौज पाइप काटने वाले युवक को पकड़ लिया गया है। युवक अपनी चाय की बिक्री के लिए घटना को अंजाम देता था। उसके विरुद्ध रेलवे एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है।
- विवेक सागर, कमांडेंट आरपीएफ भोपाल रेल मंडल