24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव आज : विदेशी फूलों से सजे मंदिर नोटों से श्रृंगार

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कहीं भारतीय मुद्राओं से किया राधाकृष्ण का श्रृंगार, तो कहीं विदेश से मंगाए फूल

2 min read
Google source verification
janmashtami_2.jpg

भोपाल. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व सोमवार और मंगलवार की मध्यरात्रि में मनाया जाएगा। रात्रि बारह बजते ही शहर में उत्सवी माहौल नजर आएगा और शहर नंद घर आनंद भयो के जयघोष से गूंज उठेगा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के चलते शहर के राधा-कृष्ण मंदिरों में आकर्षक विद्युत साज सज्जा की गई है।

शहर में कहीं विभिन्न भारतीय मुद्राओं से भगवान श्रीकृष्ण का श्रृंगार किया गया है तो कहीं कीमती आभूषण, पोशाक भगवान को धारण कराई जा रही है। जन्माष्टमी के चलते शहर में बाजारों से लेकर मंदिरों, घरों तक उत्सवी माहौल नजर आ रहा है।

Must See: कृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों में आकर्षक साज-सज्जा देखें वीडियो

थाइलैंड और आस्ट्रेलिया से आए फूल
अशोका गार्डन स्थित लाला लाजपत राय कॉलोनी के राधाकृष्ण मंदिर में साज-सज्जा के लिए थाइलैंड और आस्ट्रेलिया से 2 इंथोरियम, कानेशन, ओरटेक जैसे खूबसूरत फूल भेजे गए हैं। इसके अलावा हैदराबाद, जयपुर, चेन्नई आदि से भी फूल आए है। मंदिर में करीबन 25 क्विंटल फूलों से सजावट की जाएगी। वहीं श्रीकृत्न प्रणामी मंदिर में आकर्षक सजावट की गई है। ममतेश शर्मा ने बताया कि इस बार कन्हैया सागौन की लकड़ी से निर्मित झूले में विराजमान होंगे।

Must See: उत्कृष्ट कारीगरी में जीवंत हुए नटखट बाल श्रीकृष्ण


भारतीय मुद्राओं से श्रंगार
बरखेड़ी के अहीर यादव हैं समाज मंदिर में राधा-कृष्ण का भारतीय मुद्राओं से श्रृंगार किया गया है। यहां 10 रुपए से कर लेकर 500 रुपए तक के नोट और सिक्के से श्रृंगार है। समाज के अध्यक्ष संतोष यादव ने बताया कि सभी भारतीय मुद्राओं से श्रृंगार किया है। जन्माष्टमी के बाद अगर भक्त चाहेंगे तो जितने रुपए का नोट अथवा सिक्‍का है, वह अपने पास की मुद्रा देकर भगवान पर अर्पित मुद्रा ले जा सकते हैं।

Musr See: कृष्ण जन्मोत्सव: किला मंदिर के खुलेंगे गेट

इस्कॉन श्रीकृष्ण मंदिर भेल
श्री मंदिर इस्कॉन-भेल में रविवार को अधिवास समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर राधा-गोविंद को विशेष पुष्प वस्त्र (फ्लावर ड्रेस) पहनाए जाएंगे। इस ड्रेस के लिए विशेष रूप से मुंबई और देश के अन्य भागों से फूल मंगवाए गए हैं। मंगलवार को 125वां आविर्भाव महोत्सव भी मनाया जाएगा।