simhastha,simhastha 2016,environment baba,avdhoot baba,simhastha maha yagna,preserving environment,yagna for farmers
उज्जैन। यूं तो सिंहस्थ महाकुंभ में देश विदेश से आए साधुओं के अलग-अलग रंग रूप देखने को मिल रहे हैं लेकिन इन्हीं में से कुछ ऐसे हैं जो अपने नाम के अलावा कामों से भी सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। ऐसे ही एक साधु हैं अवधूत बाबा। जो कि 'पर्यावरण बाबा' के नाम से भी जाने जाते हैं। अवधूत बाबा का नाम 'पर्यावरण बाबा' इसलिए पड़ा क्योंकि उनका पर्यावरण से लगाव कुछ ज्यादा ही है। बाबा खुद बताते हैं कि पिछले महीने सिंहस्थ यात्रा के दौरान उन्होंने सैकड़ों पौधे लगाए हैं।
महायज्ञ में 1,008 हवन कुंड, 3000 टिन घी
'पर्यावरण बाबा' के नाम से मशहूर इस संत ने बताया कि, इस बार उनकी योजना पर्यावरण के संरक्षण के लिए एक महायज्ञ कराने की है जिसमें 1,008 हवन कुंड होंगे और 3000 टिन घी का इस्तेमाल होगा। ये यज्ञ 20 अप्रैल से 24 मई तक चलेगा। बाबा का मानना है कि इस बार यज्ञ में करीब एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होगे जिसमें विदेशी भी रहेंगे।
जम्मू से कन्याकुमारी तक पदयात्रा
पर्यावरण सुरक्षा पर जब अवधूत बाबा से बात की गई तो उनका कहना था कि 'पर्यावरण के लिए मेरा ये काम सिर्फ सिंहस्थ के लिए ही सीमित नहीं है, 'मैंने संकल्प लिया है कि मैं जम्मू के वैष्णो धाम से लेकर कन्याकुमारी तक पदयात्रा करूंगा और इस दौरान रास्ते में लाखों पौधे लगाऊंगा। अवधूत बाबा ने बताया कि वो अनुष्ठान के दौरान जिला प्रशासन से ये अनुमति चाहते हैं कि हेलीकाप्टर का इस्तेमाल हो ताकि यज्ञ प्रदर्शन किया जा सके। साथ में उन्होंने ये भी कहा कि कैसे हेलीकाप्टर से यज्ञ का प्रदर्शन किया जाएगा वो इसका खुलासा अभी नहीं करना चाहते।
क्या है लाइफस्टाइल
-अवधूत बाबा घर से बाहर निकलने से पहेल सोने के भारी-भरकम आभूषण और धूप का चश्मा पहनना नहीं भूलते।
-ये उनका लाइफस्टाइल है लेकिन इसके अलावा भी पर्यावरण से उनका प्रेम उन्हें सबसे अलग बनाता है।
-सिंहस्थ में बना उनका अखाड़ा गर्मी से बचने के लिए नेचुरल घास-फूस द्वारा डिजाइन किया गया है।