
surya grahan 2019
भोपाल। साल 2019 के पहले ही महीने में एक के बाद एक ग्रहण पड़ रहे हैं जिसमें पहला सूर्य ग्रहण 6 जनवरी को ही लगेगा, वहीं इसके 15 दिन बाद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण पड़ेगा। माना जा रहा है ये अब तक का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण होगा। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आने वाले साल में ग्रहणों की अद्भुत खगोलीय घटनाओं का सिलसिला छह जनवरी को लगने वाले आंशिक सूर्यग्रहण से शुरू होगा। वहीं दूसरी ओर वर्ष 2019 में 21 जनवरी को पूर्ण चंद्रग्रहण लगेगा।
सभी राशियों पर अलग-अलग प्रभाव
Surya grahan 2019 का सूतक काल शुरू होते ही राजधानी के प्रसिद्ध मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। भोपाल के ज्योतिषाचार्य पंडित जगदीश शर्मा बताते हैं कि सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इस कारण प्रसिद्ध मंदिरों में पूजा-अर्चना बंद कर दी जाएगी। ग्रहण खत्म होने के बाद ही मंदिरों के कपाट खोले जाएंगे। ब्रह्मांड में होने वाली इस खगोलीय घटना को सनातन धर्म में पूजा-पाठ से भी जोड़कर देखा जाता है। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चूंकि सूर्य सभी राशियों का स्वामी होता है तो सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। वहीं मेष, तुला और कुंभ के लिए ये सूर्य ग्रहण काफी फलदायी होने वाला है। इस दौरान पूजा-अर्चना भी निषेध मानी जाती है।
करें ये छोटा सा उपाय तो बदल जाएगी किस्मत
सूतक के समय भोजन आदि ग्रहण नहीं करना चाहिए और जल का भी सेवन नहीं करना चाहिए। ग्रहण से पहले ही जिस पात्र में पीने का पानी रखते हों उसमें कुशा और तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए। कुशा और तुलसी में ग्रहण के समय पर्यावरण में फैल रहे जीवाणुओं को संग्रहीत करने की अद्भुत शक्ति होती है। ग्रहण के बाद पानी को बदल लेना चाहिए। अनेक वैज्ञानिक शोधों से भी यह सिद्ध हो चुका है कि ग्रहण के समय मनुष्य की पाचन शक्ति बहुत शिथिल हो जाती है। ऐसे में अगर उसके पेट में दूषित अन्न या पानी चला जाएगा तो उसके बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। ग्रहण समाप्त होने के बाद जरूर करें ये काम...
- स्नान करें और अन्न, वस्त्र, धनादि का दान करें।
- ग्रहण के पहने गए कपड़ों को भी दान कर दें।
- ग्रहण काल में मंत्र जाप व चिंतन के कार्य करने का विधान है. इसलिए ग्रहण का मोक्ष काल समाप्त होते ही भगवान के दर्शन करना विशेष शुभ फल देता है।
- सूर्य ग्रहण के बाद मंदिर की सफाई करें और भगवान को नये कपड़े पहनाएं।
- सूर्य ग्रहण के बाद तुलसी और शमी पर भी गंगाजल छिड़क इन्हें शुद्ध किया जाता है।
- ग्रहण के बाद पूरे घर में गंगा जल छिड़कें।
Updated on:
10 Nov 2019 01:05 pm
Published on:
31 Dec 2018 01:20 pm
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