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सरकारी स्कूल के छात्रों ने बनाया ऐसा रोबोट खूबियां कर देंगी हैरान, यहां बच्चे फ्री में पढ़ रहे चैट जीपीटी से लेकर रोबोटिक्स

government school : सालभर पहले हुई स्कूल में रोबोटिक्स की शुरुआत, 9वीं से 12वीं क्लास के 42 स्टूडेंट ने इसमें दाखिला लिया है। इस सत्र से 6वीं क्लास के स्टूडेंट्स को भी एडमिशन मिलेगा।

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Government School Education : सरकारी स्कूल का नाम आते ही ब्लैक बोर्ड, पुराना भवन और अव्यवस्थित कक्षाएं जहन में आती हैं। लेकिन, अब ये तस्वीर बदल रही है। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों के बच्चे अब चैट जीपीटी से लेकर रोबोट तक की पढ़ाई कर रहे हैं। इसी सत्र से सीएम राइज स्कूलों में बच्चों को रोबोट की प्रोग्रामिंग और कोडिंग सिखाई जा रही है।

राजधानी भोपाल के सीएम राइज महात्मा गांधी स्कूल में हर हफ्ते इसकी क्लास लग रही है। कक्षा नौवीं से १२वीं तक के 42 बच्चों का रोबोटिक्स के लिए चयन हुआ है। इसी सत्र से कक्षा छठवीं से आठवीं तक को भी इस कोर्स में शामिल किया जाएगा। इस संबंध में शिक्षक हेमंत दुबे ने बताया कि दो साल पहले रोबोटिक्स को शुरू किया था। सप्ताह में एक दिन इसकी क्लास होती है। बेसिक नॉलेज के साथ थ्योरिकल और प्रेक्टिकल कराया जाता है।

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बनाया रोबोट

सीएम राइज के बच्चों ने एक रोबोट बनाया है। यह कलर सेंसर और रिमोट सेंसर पर आधारित है। सामने रुकावट आने पर यह खुद ही रास्ता बदल लेता है। इंदौर में हुए एक आयोजन में इसे डिस्ह्रश्वले भी किया जा चुका है।

हफ्ते में एक दिन क्लास

महात्मा गांधी की तरह बरखेड़ी में भी रोबोटिक्स की पढ़ाई जा रही है। यहां के प्राचार्य केडी श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को क्लास लगती है। इसमें रोबोटिक्स की बेसिक नॉलेज दे रहे है। साथ में प्रेक्टिकल भी होता है।

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रोबोट बनाने का मकसद

महात्मा गांधी सीएम राइज स्कूल की प्रिंसिपल हेमलता परिहार ने बताया कि, रोबोटिक्स में अच्छा काम हुआ है। सरकारी स्कूलों में शहर में दो-तीन स्कूलों में ही इसे पढ़ाया जा रहा है। रोबोट बनाने का मकसद और तरीका सिखाया जा रहा है।