MP News: साल में दो परीक्षाओं के बाद स्कूली शिक्षा में एक और प्रयोग सामने आया है। स्टूडेंट अपनी मर्जी से परीक्षा की तारीख और सेंटर का चुनाव कर सकेंगे। राज्य ओपन बोर्ड की परीक्षा ऑनलाइन डिमांड योजना के तहत यह संभव है। तनाव को कम करने के लिए परीक्षा में लचीलापन लाने इसकी शुरुआत हुई है। करीब तीन हजार स्टूडेंट योजना के तहत इस साल परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।
मध्यप्रदेश में कक्षा पांचवीं से लेकर बारहवीं तक राज्य ओपन स्कूल परीक्षाओं का आयोजन कराता है। करीब पचास हजार स्टूडेंट इस साल परीक्षा में शामिल हुए। बोर्ड ऐसे स्टूडेंट की परीक्षा कराता है जो नियमित रूप से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इसके लिए यहां तीन योजनाओं के तहत मुख्य रूप में पढ़ाई हो रही है। इनमें से एक परीक्षा ऑनलाइन डिमांड के तहत स्टूडेंट अपनी मर्जी से तारीख का चयन कर सकता है।
दसवीं और बारहवीं की परीक्षा कराने प्रदेश में तीन बोर्ड है। माध्यमिक शिक्षा मंडल प्रदेश स्तर पर आयोजन कराता है। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल राष्ट्रीय स्तर पर है। राज्य ओपन बोर्ड ऐसे स्टूडेंट के लिए जो स्कूल नहीं जा सकते हैं। वहीं इन दोनों बोर्ड में जो स्टूडेंट फेल हो वे भी यहां से परीक्षा दे सकते हैं।
स्टूडेंट अपनी मर्जी से परीक्षा तारीख चुन सकते हैं। उस तारीख पर बोर्ड परीक्षा आयोजन के इंतजाम कराता है। यह परीक्षा ऑनलाइन डिमांड के तहत संभव है। परीक्षा तनाव को कम करना इसका मुख्य उद्देश्य है।- पीआर तिवारी, संचालक राज्य ओपन बोर्ड
Published on:
13 Jun 2025 10:56 am